Mob Lynching in Dumka: चोरी-चोरी मोहब्बत की खौफनाक सजा, सर्द रात में प्रेमी जोड़े को पोल से बांधकर पीटा
Mob Lynching in Dumka: झारखंड के दुमका में एक प्रेमी युगल को चोरी के मोहब्बत की खौफनाक सजा मिली। ठंड भरी रात में गांव वालों ने दोनों को पोल से बांध दि ...और पढ़ें

बिजली के पोल में बंधा प्रेमी युगल।
जागरण संवाददाता, दुमका। झारखंड के दुमका जिले से प्रेम प्रसंग का एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया।
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नवाडीह गांव में कथित “चोरी-चोरी मोहब्बत” का अंजाम बेहद अमानवीय रूप में देखने को मिला, जब गांव वालों ने विवाहित प्रेमी युगल को पकड़कर कड़ाके की ठंड में पूरी रात पोल से बांध कर रखा।
पत्नी को पैसे भेजता था पति
घटना सोमवार देर रात की है। बताया जाता है कि गांव की एक विवाहित महिला का पति रोजगार के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर में रहता है और वहीं से पत्नी को नियमित रूप से पैसे भेजता था।
महिला गांव में स्थित एक ग्राहक सेवा केंद्र पर जाकर राशि की निकासी करती थी। इसी केंद्र का संचालन प्रदीप मंडल करता है। पैसे के लेन-देन के दौरान दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई, जो धीरे-धीरे दोस्ती और फिर कथित प्रेम संबंध में बदल गई।
देवर घर आ गया तो मचा शोर
सोमवार रात करीब 11 बजे प्रदीप मंडल महिला से मिलने उसके घर पहुंचा। उसी दौरान महिला का देवर घर आ गया और दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। इसके बाद उसने शोर मचा दिया।
शोर सुनते ही गांव के लोग मौके पर जमा हो गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने किसी कानूनी प्रक्रिया का इंतजार किए बिना दोनों को पकड़ लिया और पोल से बांध दिया।
प्रेमी युगल को पोल से बांधकर रखा
रात भर कड़ाके की ठंड में प्रेमी युगल पोल से बंधा रहा। इस दौरान न तो किसी ने उनकी सुध ली और न ही मानवता का कोई भाव नजर आया। मंगलवार सुबह करीब दस बजे इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
मुफस्सिल थाना प्रभारी सत्यम कुमार मौके पर पहुंचे, लेकिन बाद में पता चला कि नवाडीह गांव जामा थाना क्षेत्र में आता है। इसके बाद जामा थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची।
मुक्त कराने में पुलिस के छूटे पसीने
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर काफी मशक्कत के बाद दोनों को मुक्त कराया। ग्रामीणों के आग्रह पर महिला को उसकी मां के हवाले कर दिया गया, जबकि आरोपित युवक प्रदीप मंडल को हिरासत में लेकर थाने ले जाया गया।
पुलिस का कहना है कि मामले में आगे की कार्रवाई पीड़ित पक्ष की ओर से दिए जाने वाले आवेदन के आधार पर की जाएगी।
यह घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि समाज में बढ़ती भीड़-न्याय की प्रवृत्ति और मानवीय संवेदनाओं के ह्रास को भी उजागर करती है।

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