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    झारखंड के इस जिले से लाल कृष्ण आडवाणी का है गहरा नाता, रथ यात्रा के दौरान पहली बार यहीं पर रखा गया था नजरबंद; यहां पढ़ें डिटेल

    By Jagran News Edited By: Mukul Kumar
    Updated: Sat, 03 Feb 2024 08:28 PM (IST)

    Jharkhand News लाल कृष्ण आडवाणी को आज भारत रत्न सम्मान से नवाजा गया है। वहीं झारखंड के इस जिले से उनका खास नाता रहा है। पहली बार 25 सितंबर 1990 में सोमनाथ से रथ यात्रा पर अयोध्या के लिए निकले लालकृष्ण आडवाणी को इसी जिले में नजरबंद रखा गया था। इसके बाद चार नवंबर 1990 को रिहा होकर हेलिकाप्टर से दिल्ली वापस गए थे।

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    लालकृष्ण आडवाणी का दुमका से है गहरा नाता

    राजीव, दुमका। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की घोषणा किए जाने के बाद भाजपा नेताओं में खुशी है। खासकर दुमका के भाजपा नेताओं ने दुमका के लिए भी गर्व का विषय बताया है। दरअसल लालकृष्ण आडवाणी की कई यादें दुमका से जुड़ी हैं।

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    इसमें अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 25 सितंबर 1990 को सोमनाथ से रथयात्रा के दौरान बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लाल प्रसाद यादव के आदेश पर समस्तीपुर में लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करने के बाद दुमका के मसानजोर में लाकर नजरबंद किए जाने की घटना सबकी जेहन में बसी है।

    वह तारीख 23 अक्टूबर 1990 थी। उनके साथ भाजपा के तबके के महामंत्री प्रमोद महाजन को भी गिरफ्तार हुए थे। इसके बाद दोनों को हेलिकाप्टर से दुमका के मसानजोर डैम स्थित सिंचाई विभाग के निरीक्षण भवन में नजरबंद कर रखा गया।

    पूरे इलाका को सील कर दिया था

    लालकृष्ण आडवाणी यहां से चार नवंबर 1990 को रिहा होकर हेलिकाप्टर से वापस दिल्ली लौटे थे। उस वक्त नजरबंद किए गए दोनों नेताओं को किसी से मिलने की इजाजत नहीं थी। प्रशासन की ओर से चप्पे-चप्पे पर पुलिस बलों को तैनात कर पूरे इलाका को सील कर दिया था।

    दूसरी बार दुमका में उनकी यात्रा चुनावी थी। वह 1996 में दुमका के गांधी मैदान में एक जनसभा को संबोधित करने आए थे। उस दौरान भी उन्होंने रात्रि विश्राम मसानजोर में ही जाकर किए थे। तब अलग वनांचल राज्य की मांग कर रही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी व दुमका के जिला अध्यक्ष गणेश अधीर थे।

    संयोग यह भी अब जब उन्हें भारत रत्न से नवाजे जाने की घोषणा हुई है तो आज के झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी हैं।

    देश के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर उन्हें बहुत बधाई देते हैं। वह राम मंदिर आंदोलन के प्रहरी व हम सबके प्रेरणास्रोत रहे हैं। केंद्र सरकार को भी इसके लिए साधुवाद देते हैं।

    बाबूलाल मरांडी, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा, झारखंड

    पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का निर्णय ऐतिहासिक है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। आज देश गौरवान्वित महसूस कर रहा है।

    सुनील सोरेन, भाजपा सांसद , दुमका

    पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न के सम्मान से नवाजे जाने से पर काफी खुशी हो रही है। लालकृष्ण आडवाणी की यादें दुमका से विशेष तौर पर जुड़ी हुई है। दुमका के लोग उनकी यादों को संजोग कर रखा है।

    डा.लुईस मरांडी, प्रदेश उपाध्यक्ष, भाजपा

    भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर काफी खुश हैं। दुमका के मसानजोर में उन्हें नजरबंद करके रखा गया था। उस दौरान राममंदिर के निर्माण का आंदोलन चल रहा था। आज राम मंदिर बनने के बाद और अब उन्हें सम्मानित करने की घोषणा कर दोहरी खुशी दी है।

    ओम केशरी, भाजपा नेता, दुमका

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