'चुनाव के लिए कमर कस लें, होगी आर-पार की लड़ाई', हेमंत सोरेन की केंद्र को ललकार; कहा- बकाया राशि छीन लेंगे हम
Jharkhand Politics छठे समन के बाद ईडी के कार्यालय न जाकर हेमंत सोरेन दुमका पहुंचे। हेमंत सोरेन ने कहा कि कुछ लोग तो यह अफवाह फैलाने में जुटे थे कि वह आज दुमका नहीं आएंगे लेकिन जब तक हेमंत सोरेन जिंदा हैं तब तक आप लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि एक-एक कार्यकर्ता चुनाव की तैयारियों के लिए कमर कस लें

राजीव, दुमका। ईडी के छठे समन के बाद जब मंगलवार को दुमका के हेठकोरैया मैदान में आयोजित आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार शिविर में मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन पहुंचे तो उनकी बाडी लैंग्वेज काफी आक्रामक था।
वह मंच की सीढ़ियों पर मुस्कुराते हुए तेजी से चढ़ने के बाद सामने बैठी जनता को जोहार किए। इसके उपरांत सीधे जनता से संताली भाषा में मुखातिब होकर कहा कि वह दो घंटा विलंब से पहुंचे हैं, इसके लिए क्षमाप्रार्थी है।
हेमंत सोरेन ने कहा कि कुछ लोग तो यह अफवाह फैलाने में जुटे थे कि वह आज दुमका नहीं आएंगे लेकिन जब तक हेमंत सोरेन जिंदा हैं तब तक आप लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।
हमने झारखंड राज्य लड़ कर लिया : सोरेन
हम लोगों ने अलग झारखंड राज्य लड़ कर लिया है और अब अपने हक व अधिकार लेने की बारी है। कहा कि केंद्र सरकार के पास बकाया एक लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया है जिसे अब हमें छीन का लेना होगा। कहा कि अगर यह राशि केंद्र सरकार हमें दे देती तो इससे हमारी राज्य की अर्थव्यवस्था काफी मजबूत हो जाती।
कहा कि उस बकाया राशि से राज्य के पेंशनधारियों को 1000 रुपये को बढ़ाकर 2500 रुपये कर देते। इतना ही नहीं 1200 के बदले 500 रुपये में राज्य की जनता को रसोई गैस सिलिंडर मुहैया कराते। कहा कि इसी राशि से बेरोजगारों को 10-10 लाख रुपये देकर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने की पहल करते।
पेंशन को लेकर कही ये बात
हेमंत सोरेन ने कहा कि केंद्र की लगातार उपेक्षा के बावजूद वह यहां के पेंशनधारियों को आज भी 1000 रुपये पेंशन दे रहे हैं, जबकि बिहार में यह राशि 400, ओड़िशा में 500 और छत्तीसगढ़ में मात्र 350 रुपये ही दिया जा रहा है। बिना किसी का नाम लेते हुए कहा कि अपने ही बीच के लोग अबुआ राज के लोगों का भला नहीं चाहते हैं।
वह विरोधी दलों से मिलकर न सिर्फ साजिश कर रहे हैं, बल्कि किसी भी सूरत में सत्ता हथियाना चाहते हैं ताकि यहां के खनिज संपदा व संसाधनों को पूंजीपतियों के हवाले कर सकें। कहा कि ऐसे लोगों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इन्हें करारा जवाब दिया जाएगा।
'अबकी बार आर-पार की लड़ाई होगी'
इधर, दुमका के कन्वेंशन सेंटर में आयोजित दुमका और जामताड़ा जिला के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि एक-एक कार्यकर्ता चुनाव की तैयारियों के लिए कमर कस लें क्योंकि अबकी बार आर-पार की लड़ाई होगी।
संगठन मजबूत व धारदार बनाएं। अगले साल लोकसभा व विधानसभा का चुनाव होगा जो काफी चुनौतीपूर्ण होगा। इसलिए सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं और छूटे हुए लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाएं। कहा कि इस बार का चुनाव न सिर्फ
बहुत मजबूती से लड़ना होगा बल्कि विपक्षी ताकतों की कुटिलता व साजिश को भी समझना होगा। विपक्षी दलों के तमाम साजिश व कुत्सित चालों को मात देने के लिए सजग व जागरूक होना होगा। कहा कि झामुमो इस माटी की माटी है और जल, जंगल और जमीन हमारा है।
इसे किसी भी सूरत में दूसरे के हाथों में जाने से बचाना होगा। सम्मेलन को झामुमो विधायक प्रो.स्टीफन मरांडी, नलिन सोरेन, सीता सोरेन, बसंत सोरेन समेत कई ने संबोधित किया। मौके पर झामुमो नेता रवि यादव, मो.सलाम, असीम मंडल, शिवा बास्की, बासुदेव टुडू, सिराजुद्दीन अंसारी, विजय मल्लाह, पराक्रम शर्मा, गौरव कुमार, पोरेश यादव समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
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