ठगी के आरोप में बेटा हुआ गिरफ्तार, तो पिता ने थाने के पास फांसी लगाकर की आत्महत्या
दुमका में नगर थाना पुलिस ने जेवरात के नाम पर धोखाधड़ी के प्रयास में चंदन कुमार सिंह को गिरफ्तार किया। बेटे की गिरफ्तारी की खबर सुनकर उसके पिता पुरंदर सिंह थाना पहुंचे और फिर दुधानी में चाय की दुकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव बरामद कर लिया है और मामले की जांच कर रही है। बेटे को जेल भेज दिया गया है।

जागरण संवाददाता, दुमका। नगर थाना की पुलिस ने गुरुवार की शाम जेवरात के नाम पर 81 सौ की ठगी के प्रयास में देवघर के करो निवासी चंदन कुमार सिंह को गिरफ्तार किया था। उसका पिता पुरंधर सिंह देर रात को उससे मिलने के लिए नगर थाना आया था।
मुलाकात के बाद घर जाने के क्रम में उसने नगर थाना क्षेत्र के दुधानी में एक खाली चाय की दुकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी। शुक्रवार की सुबह पुलिस ने पिता का शव बरामद किया। दोपहर बाद शव की पहचान देवघर के करों निवासी पुरंदर सिंह के रूप में हुई।
थाना प्रभारी नंद किशोर प्रसाद ने बताया कि गुरुवार को चंदन सिंह ने श्रीरामपाड़ा में हरि ज्वेलर्स से करीब आठ हजार के जेवरात खरीदे और ऑनलाइन भुगतान किया। जब महिला दुकानदार रितु वर्मा के खाते में पैसा नहीं आया तो उसने युवक से पैसों की मांग की। इस पर युवक जेवरात लेकर भागने लगा।
महिला के शोर मचाने पर उसके देवर और बेटे ने काफी दूर तक पीछा करने के बाद आरोपित को धर दबोचा। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपित को थाना लेकर आई। रात को जब पिता को बेटे की गिरफ्तारी की सूचना मिली तो मोटरसाइकिल से सीधे नगर थाना पहुंचे और पुलिस से गिरफ्तारी का कारण पूछा।
पुलिस ने जब सारी बात बताई तो पिता बिना कुछ बोले थाना से निकल गए। शु्क्रवार की सुबह दुधानी में एक अधेड़ के फांसी लगाने की सूचना मिली। शव कब्जे में ले लिया गया। मृतक की जेब से मिले ड्राइविंग लाइसेंस से शव की शिनाख्त हुई।
इधर शुक्रवार की सुबह करीब दस बजे आरोपित को जेल भेज दिया गया। स्वजन से पता चला कि मृतक पुरंदर सिंह ही चंदन सिंह का पिता था। लगता है कि बेटे की गिरफ्तारी से परेशान होकर पिता ने जान दे दी है। घरवालों को सूचित कर दिया गया है। उनके आने के बाद ही शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
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