शादी नहीं होने पर हमेशा खिसियाकर रहता था शख्स, टोकने पर चला देता कुल्हाड़ी, पहले पिता अब भाई की ले ली जान
31 साल का ओमप्रकाश सिंह अभी पिछले साल ही पिता की हत्या की सजा काटकर जेल से छूटा था कि अब भाई की हत्या करने के लिए उसे दोबारा जेल भेज दिया गया। वह हमेशा गुस्से में रहता था क्योंकि उसकी अभी तक शादी नहीं हुई थी इसलिए किसी से भी झगड़ा होने पर वह उसे कुल्हाड़ी से मार देता था।

संवाद सहयोगी, काठीकुंड (दुमका)। काठीकुंड थाना क्षेत्र की बिछियापहाड़ी पंचायत के आमतला गांव में सोमवार की रात मामूली कहासुनी के बाद 31 साल के ओमप्रकाश सिंह ने अपने छोटे भाई राजन सिंह (25) की कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से भाग रहे आरोपित को खदेड़ कर पकड़ लिया। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करने के बाद मंगलवार को उसे जेल भेज दिया।
शादी नहीं होने पर हमेशा गुस्से में रहता था युवक
शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजन को सौंप दिया। वर्ष 19 में आरोपित ने इसी तरह से कुदाल से हमला कर पिता छत्तीस कुमार सिंह को मौत के घाट उतार दिया था। एक साल पहले ही वह जेल से बाहर आया था।
पुलिस की माने तो शादी नहीं होने की वजह से आरोपित को जरा सी बात पर गुस्सा आ जाता है। इसके बाद किसी पर भी जान मारने की नीयत से हमला कर देता है।
उसका छोटे भाई राजन से झगड़ा चल रहा था। सोमवार की रात दोनों भाई में किसी बात को लेकर कहासुनी हुई। इसके बाद गुस्साए ओमप्रकाश ने छोटे भाई के सिर के पीछे कुल्हाड़ी से घातक वार किया।
WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें.
पुलिस की गिरफ्त में आरोपित।
मुखिया ने गांव के लोगों के साथ मिलकर पकड़ा
वार इतना गहरा था कि मौके पर ही राजन की मौत हो गयी। ग्रामीणों ने हत्या की सूचना पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि छोटू मुर्म को दी।
मुखिया ने गांव के लोगों के साथ मिलकर आरोपित को पकड़ लिया। सूचना मिलने ही थाना प्रभारी नित्यानंद भोक्ता ने मौके पर पहुंचे तो वह पुलिस को देखकर भागने लगा।
पिता की हत्या में तीन साल की काटी सजा
ओमप्रकाश ने वर्ष 19 में पिता छत्तीस सिंह पर भी कुदाल से हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा।
केस की सुनवाई के दौरान कमजोर गवाही के कारण तीन साल की सजा काटने के बाद पिछले साल ही जेल से बाहर निकला था। घर आने के बाद उसने दो और लोगों पर भी जानलेवा हमला किया।
हालांकि, मामला पुलिस तक नहीं आया। ग्रामीणों ने गांव में मामले को सुलझा लिया। पुलिस का कहना है कि इस बार वह आसानी से छूट नहीं पाएगा।
पुराना आपराधिक इतिहास होने की वजह से इस बार लंबी सजा होगी। पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि छोटू मुर्म ने गांव के लोगों के साथ मिलकर आरोपित को पकड़ लिया।
यह भी पढ़ें: Jharkhand Foundation Day: पतरातू ने पूरी दुनिया में बनाई झारखंड की अलग पहचान, यहां हो चुकी है कई फिल्मों की शूटिंग

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।