Dumka News: जरमुंडी में बारिश से हाहाकार, सड़क मरम्मत की मांग को लेकर प्रदर्शन
दुमका के जरमुंडी प्रखंड में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कच्ची सड़कें खराब होने से ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कत हो रही है। ग्रामीणों ने सड़क मरम्मती की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। कटहरा से धावाटांड़ गांव तक सड़क न होने से लोगों को परेशानी हो रही है। दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को लेकर भी चिंता है।

संवाद सहयोगी, बासुकीनाथ (दुमका)। पिछले तीन दिनों से जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र में हो रही लगातार मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है। गांव का तो बेहद बुरा हाल है। गांव की कच्ची पगडंडियों में चलना बेहद दूभर हो गया है।
गुरुवार को दशमी के दिन प्रखंड क्षेत्र के कई स्थानों में प्रतिमा विसर्जित कर मेले का आयोजन किया गया था, लेकिन मूसलाधार बारिश के कारण कई जगहों पर आयोजित होने वाले मेले का उत्साह काफी फीका रहा।
शुक्रवार को भी कई जगहों पर मेला का आयोजन हुआ, जहां भारी बारिश के कारण मेला फीका पड़ गया। इन सबके अलावा कई स्थानों पर कच्ची पगडंडियों में जलजमाव, कीचड़युक्त मार्ग के कारण ग्रामीणों को आवागमन के अलावा प्रतिमा विसर्जन को लेकर भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इसको लेकर ग्रामीणों ने शुक्रवार को सड़क मरम्मती की मांग को लेकर रोषपूर्ण प्रदर्शन भी किया। प्रखंड के कटहरा से धावाटांड़ गांव तक पक्की सड़क नहीं रहने से कटहरा के ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
भारी बारिश से कच्ची सड़क की स्थिति और अधिक खराब हो गई है। कटहरा गांव में स्थापित मां दुर्गा के प्रतिमा का शनिवार को होने वाले विसर्जन को लेकर ग्रामीण चिंतित नजर आ रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि इस कच्ची सड़क से कटहरा, ओगैया, केंदुआटांड़, धावाटांड़ सहित अन्य गांव के लोगों का आवागमन होता है।
बारिश के दिनों में कच्चा रास्ता दलदल हो जाने के कारण सड़क कीचड़ से भर गई है और वाहन तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है।
बारिश के इस मौसम में गांव के बीमार एवं गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाने के लिए मुख्य सड़क तक पहुंचाने में काफी परेशानियां झेलनी पड़ती है।
ग्रामीणों का कहना है कि कई वर्षों से जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से सड़क बनवाने की मांग की गई लेकिन अब तक किसी ने भी इस समस्या का निदान नहीं किया।
जरमुंडी के पूर्व विधायक सह मंत्री बादल पत्रलेख ने भी सड़क बनवाने का आश्वासन दिया लेकिन इसे हकीकत में नहीं बदल सके और लोग आज भी एक अदद पक्की सड़क को तरस रहे हैं।वही गांव में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन कल होने वाला है और इसी कीचड़मय कच्ची सड़क के रास्ते ग्रामीण प्रतिमा को कांधे पर लेकर विसर्जन को निकलेंगे।
ऐसे में संभावित दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सवाल किया है कि जब 10 दिन में नेमरा गांव की तस्वीर बदल सकती है तो इस गांव की क्यों नहीं।
प्रदर्शन में रविन्द्र मंडल, अशोक सिंह, नवकांत सिंह, मनिलाल गोस्वामी, शांति देवी, नेपाल गोस्वामी, काशी यादव, बहादुर यादव सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।
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