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    Dumka News :दुमका जेल में बंद अमन सिंह के गुर्गों ने चलाई थी गोली

    By Jagran NewsEdited By: Gautam Ojha
    Updated: Sat, 03 Dec 2022 10:25 PM (IST)

    गोली चलाने वालों ने अमन को जेल में विशेष सुविधा उपलब्ध कराने को फेंकी चिट्ठी। पुलिस ने जेल गेट के दरवाजे से एक खोखे को किया बरामद।अपराधियों की पहचान के लिए दिन में भी सीसीटीवी खंगालती रही पुलिस। संतरी के बयान पर तीन अज्ञात अपराधियों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला।

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    जेल के समीप एक होटल में शनिवार को सीसीटीवी की जांच के बाद मंत्रणा करते एसआइटी के सदस्य।

    जागरण संवाददाता, दुमका : केंद्रीय जेल के संतरी पलटन मरांडी पर शुक्रवार की रात अमन सिंह के गुर्गों ने गोलियां चलाई थी। गोली चलाने वालों ने अमन के नाम का एक चिट्ठी भी जेल परिसर में फेंकी थी। जिसमें अमन को जेल में सारी सुविधाएं देने की बात कही गई थी। अमन धनबाद के डिप्टी मेयर नीरज हत्याकांड का आरोपित है और इसी वर्ष के मई महीने उसे केंद्रीय जेल दुमका भेजा गया था। पुलिस ने शनिवार की सुबह जेल गेट की दीवार में घुसी नाइन एमएम की एक बुलेट भी बरामद की है। संतरी के बयान पर नगर थाने की पुलिस ने तीन अज्ञात पर मामला दर्ज किया है। पुलिस को देर शाम जेल परिसर में तैनात एक संतरी ने पर्चा दिया। पर्चा को गोली चलाने वालों ने अंदर फेंका था। पत्र में लिखा है कि अमन सिंह भैया का पूरी तरह से ख्याल रखना है। उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। हमारे भैया को हर तरह की सुविधा मिलनी चाहिए। पता चला है कि पर्चा के बाद पुलिस की एक टीम ने अमन सिंह से पूछताछ की लेकिन उसने कुछ नहीं बताया। यहां तक पत्र के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की। अपराधियों की तलाश में पुलिस की पूरी टीम दिन भर दुकानों में लगे सीसीटीवी खंगालती रही। जेल से कुछ दूर मेजेस्टिक होटल में भी सीसीटीवी को देखा लेकिन कोई बाइक सवार नहीं दिखा। बस स्टैंड जाने वाले रास्तों को खंगाला पर कुछ हाथ नहीं लगा।

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    मई में दुमका लाया गया था अमन

    नीरज हत्याकांड के आरोपित अमन सिंह को मई माह में दुमका जेल में शिफ्ट किया गया था। वह अभी सेल में है। हर समय उसकी निगरानी होती रहती है। इतना सुरक्षा है कि वह चाहकर किसी से बात तक नहीं कर पाता है। इस घटना के बाद जेल के अंदर की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। जेल में अभी 1246 कैदी व बंदी हैं, जिसमें 72 महिलाएं हैं। बाहर से आए आधा दर्जन शातिर अपराधियों को सेल में रखा गया है।

    दो डीएसपी के नेतृत्व में एसआइटी गठित

    जेल में फायरिंग करनेवालों की तलाश के लिए डीएसपी विजय कुमार व एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी की अगुवाई में आठ सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। इसमें नगर थाना के प्रभारी नवल किशोर सिंह, सहायक अवर निरीक्षक जीतेंद्र साहू, तारिक वसीम, जामा थानेदार जितेंद्र सिंह, विवि ओपी के आकृष्ट अमन व काठीकुंड थाना प्रभारी श्यामल मंडल को शामिल किया गया है। हर पदाधिकारी को अलग-अलग जांच का दायित्व दिया गया है। सूत्रों की माने तो पुलिस को इस बात का पता चला है कि गोली चलाने वाले बिहार से आए थे। पुलिस की एक टीम जल्द ही दूसरे राज्य का रूख करेगी।

    केंद्रीय जेल के 105 कैमरों में 93 खराब

    सबसे सुरक्षित माने जाने वाली केंद्रीय जेल में अंदर की सुरक्षा तो मजबूत है, लेकिन बाहर खोखलापन है। केंद्रीय जेल में आने जाने वालों के अलावा बंदियों की हर हरकत पर नजर रखने के लिए 105 सीसीटीवी कैमरा लगे हुए हैं। आश्चर्य की बात है कि एक माह से 93 कैमरा खराब हैं। जेल प्रशासन ने इसके लिए वरीय पदाधिकारी को लिखा भी है, लेकिन अभी तक खराबी दूर नहीं की जा सकी है। अगर जेल के मुख्य द्वार पर लगा कैमरा चालू हालत में होता तो पुलिस को अपराधियों की पहचान के लिए दूसरों के कैमरों पर निर्भर रहना नहीं पड़ता। कैमरे से पुलिस को बहुत कुछ हासिल हो गया होता।

    पुलिस निरीक्षक सह नगर थाना प्रभारी दुमका के नवल किशोरी सिंह ने कहा कि संतरी के बयान पर तीन अज्ञात पर मामला दर्ज किया गया है। धनबाद जेल से आए अमन सिंह के लोगों ने ही फायरिंग की थी। अपराधियों ने उसके नाम का पर्चा फेंककर सुविधा देने की बात कही है। अपराधियों की पहचान का प्रयास चल रहा है।

    केंद्रीय काराधीक्षक सत्येंद्र चौधरी ने कहा कि केंद्रीय जेल के 93 सीसीटीवी एक माह से खराब हैं। पुराने 12 काम कर रहे हैं। जेल अधिकारियों को सारी स्थिति से अवगत कराया जा चुका है। अमन सिंह को सेल में रखा गया है। उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।