Independence Day: बिहार के अभिषेक ने बढ़ाया भारत का मान, दक्षिण अफ्रीका के आसमान में लहराया सबसे बड़ा तिरंगा
भारतीय युवा अभिषेक कुमार ने दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में दुनिया का सबसे बड़ा भारतीय ध्वज फहराकर भारत का गौरव बढ़ाया है। एविएशन जंक्शन फ्लाइंग स्कूल के मालिक अभिषेक के नेतृत्व में यह विशाल तिरंगा 10200 वर्ग फुट के क्षेत्र में लहराया। बिहार के सुपौल निवासी अभिषेक का दुमका से गहरा नाता है।
राजीव, दुमका। एक दौर वह भी था जब वर्ष 1893 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एक कानूनी मामले में पैरवी करने दक्षिण अफ्रीका गए थे, तब उन्हें नस्लीय भेदभाव व अन्याय का सामना करना पड़ा था और एक दौर यह भी है कि एक भारतीय युवा अभिषेक कुमार ने देश के 79 वें स्वतंत्रता दिवस पर दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में दुनिया का सबसे बड़ा भारतीय ध्वज फहरा कर भारत के गौरव को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया है।
दक्षिण अफ्रीका के आसमान में लहराता भारत का तिरंगा
अभिषेक कुमार एविएशन जंक्शन फ्लाइंग स्कूल के मालिक हैं, जिनके नेतृत्व 26 मीटर ऊंचा और 39 मीटर लंबा एक विशाल तिरंगा जोहान्सबर्ग के आसमान में लहरा कर भारत की आन-बान और शान में चार चांद लगाया गया है। अभिषेक के मुताबिक तिरंगा ध्वज का आकार 10,200 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैला हुआ था।
हेलीकॉप्टर से तिरंगा फहराते अभिषेक
बिहार के सुपौल निवासी अभिषेक का दुमका से गहरा लगाव
15 अगस्त 2025 को ऐतिहासिक पल और एक अद्भुत पहल करने वाले अभिषेक मूलत: बिहार के सुपौल जिला के गढ़ बरुआरी गांव के रहने वाले हैं। इनके पिता महेश्वर सिंह दुमका में पुलिस पदाधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
अभिषेक के पिता महेश्वर सिंह
इस नाते अभिषेक कुमार का जुड़ाव दुमका से काफी गहरा है। अभिषेक कहते हैं कि उनका यह सपना 15 अगस्त को उड़ान बन गया। उनका यह सपना अब सिर्फ उनका नहीं बल्कि कई लोगों की प्रेरणा बन चुका है।
दक्षिण अफ्रीका के आसमान में लहराता भारत का तिरंगा
अभिषेक के पिता महेश्वर सिंह कहते हैं कि यह देश के लिए गौरव का क्षण है। पटना में जन्मे और पले-बढ़े अभिषेक कुमार ने पुणे से अपनी उच्च शिक्षा पूरी की है। पायलट बनने के अपने जुनून को पूरा करते हुए उन्होंने अपना खुद का फ्लाइंग स्कूल स्थापित किया है।
दक्षिण अफ्रीका के विकास में दे रहे योगदान
फिलहाल अभिषेक दक्षिण अफ्रीका में रहने वाले भारतीय भारतीय समुदाय का गौरव बन गए हैं। जोहान्सबर्ग की विविधता का एक अहम हिस्सा हैं। वह यहां व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, प्रौद्योगिकी और सार्वजनिक सेवा जैसे क्षेत्रों में अपना योगदान दे रहे हैं।
अभिषेक कहते हैं कि यहां रहने वाला एक-एक भारतीय अपनी भारतीय विरासत को गर्व से संजोते हैं और साथ ही दक्षिण अफ्रीका की बहु सांस्कृतिक भावना को भी अपनाते हैं।
उन्होंने कहा कि विशाल भारतीय तिरंगा ध्वज दक्षिण अफ्रीका के ब्रैकपैन एयरफील्ड से हेलीकाप्टर द्वारा उठाया जाएगा और जोहान्सबर्ग के आसमान में ढाई घंटे तक लहराया गया। यह हवाई प्रदर्शन भारत से 8,000 किलोमीटर दूर देश और विदेश में रहने वाले भारतीयों के बीच एकता, गौरव और अटूट बंधन का एक शक्तिशाली संदेश है।
अभिषेक ने कहा कि यह सिर्फ एक हवाई करतब नहीं है बल्कि हमारे राष्ट्र की भावना को सलाम है। यह हमारी जड़ों के प्रति हमारी कृतज्ञता की अभिव्यक्ति है और यह याद दिलाता है कि तिरंगा हर भारतीय का है चाहे वह दुनिया में कहीं भी हो।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग की आसमां में भारतीय सबसे बड़ा भारतीय तिरंगा फहराने का सपना साकार कर काफी प्रसन्नता महसूस हो रही है। यह विदेश में रहने वाले भारतीयों के बीच एकता, गौरव और अटूट बंधन का एक मजबूत संदेश है। -अभिषेक कुमार, एविएशन जंक्शन फ्लाइंग स्कूल जोहान्सबर्ग
यह हमारे परिवार के साथ पूरे देश के लिए गौरव का क्षण है। भारतीय नागरिक विदेशी धरती पर तिरंगा फहरा कर एकता और अखंडता का संदेश दे इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है। -महेश्वर सिंह, सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारी
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