पढ़ाई के साथ यू्ट्यूब से करण की हो रही मोटी कमाई, जानें कैसे होती है YouTube से आमदनी, कौन सी चीजें हैं जरूरी
23 वर्षीय करण कुमार यूट्यूब के माध्यम से महीने में हजारों रुपये कमा रहे हैं। इसके साथ ही वह धनबाद से ग्रैजुएशन की पढ़ाई भी कर रहे हैं। उनके चैनल के सबस्क्राइबर की संख्या 3.84 लाख तक पहुंच गई है।

संवाद सूत्र, दलाही (दुमका)। मसलिया रानीघाघर के 23 वर्षीय करण कुमार यूट्यूब के माध्यम से महीने में हजारों रुपये कमा रहे हैं। धनबाद में स्नातक की पढ़ाई के क्रम में करण यूट्यूब पर वीडियो बनाकर डालने लगे। वे खबरों का फैक्ट चेक पर वीडियो बनाते थे।
यूट्यूब के जरिए हर महीने करण की हो रही मोटी कमाई
दो वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद उनके चैनल के सबस्क्राइबर की संख्या 3.84 लाख तक पहुंच गई और उनका यूट्यूब चैनल मोनेटाइज भी हो गया। अब तक चैनल को 200 मिलियन व्यूज मिल चुके हैं।
करण कहते हैं कि तकनीकी ज्ञान हो तो अच्छे पैसे कमाए जा सकते हैं। अभी वह महीने के तीस से चालीस हजार रुपये यूट्यूब के माध्यम से कमा ले रहे हैं। उन्होंने अपनी सफलता के पीछे पिता दुलाल पाल व मां शांति देवी का हाथ बताता है।
नौकरी पेशा से यूट्यूब को अधिक तवज्जो दे रहे युवा
आज के समय में नौकरी की जगह लोग करियर के रुप में यूट्यूब को ज्यादा तवज्जो देने लगे हैं। कई बार तो इसे साइड इनकम का जरिया भी मान लिया जाता है। एक तरफ तो लोग टेक कंपनी गूगल के वीडियो प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर वीडियो अपलोड कर मोटी कमाई करते हैं, तो दूसरी तरफ उन्हें अपना टैलेंट भी भरपूर दिखाने का मौका मिलता है।
यूट्यूब से कमाई के लिए चैनल का मोनेटाइजेशन होना जरूरी
हालांकि, इसके लिए एक प्रोसेस है जिसे पूरा करना पड़ता है और इस दौरान धैर्य बनाए रखने की भी जरूरत है। यूट्यूब पर कमाई के लिए 'मोनेटाइजेशन' प्रोग्राम के लिए अप्लाई करना होगा और ऐसा आप तभी कर सकते हैं जब आपके यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइबर्स की संख्या 1000 या उससे अधिक हो और साथ ही 4000 वैलिड पब्लिक वॉच के घंटे पूरे हो।
यह 1 साल यानि 12 महीने के लिए तय किया जाता है। इसके साथ ही 1 करोड़ वैलिड पब्लिक शॉर्ट्स व्यूज होना भी जरूरी है, जो तीन महीने यानि 90 दिनों के लिए तय किया गया है।
देश की अर्थव्यवस्था में यूट्यूबर्स का योगदान
गौरतलब है कि आज के समय में देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में यूट्यूब की भूमिका अहम है।ऑक्सफोर्ड इकनॉमिक्स की एक रिपोर्ट की मानें, तो साल 2020 में भारतीय यूट्यूबर्स ने देश की अर्थव्यवस्था में 6,800 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। यानि कि देश की जीडीपी को भी सशक्त बनाने में यूट्यूबर्स अच्छा -खासा योगदान दे रहे हैं।

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