नगर निगम क्षेत्र में पानी कनेक्शन निश्शुल्क, ग्रामीण इलाकों में देने होंगे 310 रुपये
नगर निगम अपनी नई पाइपलाइन के जरिए भले ही लोगों को निश्शुल्क पानी का कनेक्शन बांट रहा है लेकिन इसके उलट पेयजल विभाग ग्रामीण इलाकों में पानी कनेक्शन देने के एवज में शुल्क लेगा। पेयजल विभाग ग्रामीण इलाकों में पानी कनेक्शन देने जा रहा है।

धनबाद : नगर निगम अपनी नई पाइपलाइन के जरिए भले ही लोगों को निश्शुल्क पानी का कनेक्शन बांट रहा है, लेकिन इसके उलट पेयजल विभाग ग्रामीण इलाकों में पानी कनेक्शन देने के एवज में शुल्क लेगा। पेयजल विभाग ग्रामीण इलाकों में पानी कनेक्शन देने जा रहा है। इसके लिए प्रत्येक पानी कनेक्शन पर 310 रुपये की दर निर्धारित की गई है। इसके अलावा प्रत्येक माह पानी की खपत पर फिक्स चार्ज के तौर पर 62 रुपये देने होंगे। पेयजल विभाग ने पानी कनेक्शन देने वाले इलाकों का सर्वे कर इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी है। जल्द ही पानी कनेक्शन देना शुरू हो जाएगा।
मुख्यालय ने ग्रामीण इलाकों में पेयजल आपूर्ति के मेंटेनेंस के लिए एक करोड़ रुपये भी स्वीकृत किए हैं। कई ग्रामीण इलाके ऐसे हैं, जहां पहली बार पानी कनेक्शन दिया जाने वाला है। अभी तक ये इलाके तालाब, हैंडपंप और कुओं पर ही निर्भर थे। जलापूर्ति करने वाली एजेंसी एलएंडटी ने ग्रामीण इलाकों में पाइपलाइन बिछा दी है। फिलहाल प्रथम चरण में 8203 घरों को पानी कनेक्शन मिलेगा। कुल 25 गांवों तक पानी कनेक्शन पहुंचाया जाएगा। इसमें तेतुलमारी, पांडरकनाली, अलगड़िया, नगरीकला, बलियापुर समेत अन्य गांव शामिल हैं।
ग्रामीण जल स्वच्छता समिति के तहत यह पानी का कनेक्शन लोगों के घर तक पहुंचाया जाएगा। विभाग से अनुमति मिलने के साथ ही कनेक्शन देने का कार्य शुरू हो जाएगा। पेयजल विभाग ऐसे इलाकों में भी पानी कनेक्शन देने जा रहा है जहां इस समय झारखंड खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकार (झमाडा) जलापूर्ति कर रहा है। झमाडा से कनेक्शन लेने के लिए यहां लोगों को पांच से 20 हजार तक खर्च करना पड़ रहा है। नगर निगम क्षेत्र की बात करें तो नगर निगम अगले कुछ महीनों में 65000 घरों को निश्शुल्क पानी कनेक्शन देने जा रहा है। कुल एक लाख 30 हजार घरों को निश्शुल्क पानी कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। पानी कनेक्शन के साथ मीटर भी निगम ही लगाएगा। अभी जलापूर्ति की ये है व्यवस्था :
ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग हैंडपंप, इंटेक वेल आदि के माध्यम से जलापूर्ति करता है। शहरी क्षेत्र में तीन विभाग पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, झमाडा व नगर निगम की ओर से जलापूर्ति की जाती है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।