AIIMS Deoghar OPD: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने जनता के लिए खोला आयुष भवन, हर रोज 200 मरीजों का होगा इलाज
झारखंड के सबसे पिछड़े इलाके संताल परगना की स्वास्थ्य सेवा को बहतर बनाने के केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के प्रयासों का नतीजा रंग लाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मई 2018 को देवघर में एम्स की नींव रखी थी। इसके ओपीडी का मंगलवार को उद्घाटन हुआ।
जागरण संवाददाता, देवघर। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने झारखंड की जनता को बड़ी साैगात दी है। राज्य के सबसे पिछड़े और आदिवासी बहुल संताल परगना की स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए एम्स देवघर के ओपीडी ( आयुष भवन) को जनता के लिए खोल दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को ओपीडी का ऑनलाइन उद्घाटन किया। फिलहाल यहां 20 से अधिक तरह के रोगों की जांच होगी। हर रोज 200 मरीज देखे जाएंगे। जांच के दाैरान मरीजों को दवा दी जाएगी। ओपीडी में 30 रुपये में रजिस्ट्रेशन होगा। एक बार रजिस्ट्रेशन कराने पर मरीज एक साल तक इलाज करा सकेंगे।
देश का 13वां एम्स है देवघर
देश का 13 वां एम्स देवघर स्वस्थ झारखंड की परिकल्पना को साकार करेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार दिल्ली से इसका वर्चुअल उद्घाटन किया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान परिसर स्थित आयुष भवन एवं रैन बसेरा राष्ट्र को समर्पित किया। मौके पर समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एक बेहतर समाज के निर्माण का माध्यम एम्स देवघर बनेगा। एम्स की टीम से कहा कि वह सेवा भाव से काम कर जनता की अपेक्षा पर खड़ा उतरें। मंत्री ने कहा कि झारखंड के आदिवासियों को बिरसा की धरती पर सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधा एम्स से मिलेगा। अब बाहर नहीं जाना होगा।
पूर्वी भारत का पहला एम्स जहां रैन बसेरा
आयुष भवन में ही ओपीडी सेवा शुरू होगी। पूर्वी भारत का यह पहला एम्स है जहां रैन बसेरा बनाया गया है। इसमें मरीज के स्वजन के विश्राम की व्यवस्था होगी। अभी रैन बसेरा का उपयोग पठन-पाठन के लिए होगा। ओपीडी भवन बन जाने के बाद रैन बसेरा अपने मूल स्वरूप में आ जाएगा।
बुधवार से शुरू होगी चिकित्सा परामर्श
बुधवार से ओपीडी में चिकित्सीय परामर्श शुरू हो जाएगा। कोविड के कारण अभी प्रतिदिन केवल 200 मरीजों का निबंधन होगा। निबंधन का समय सुबह 8:30 से 10:30 केवल दो घंटा का होगा। निबंधन शुल्क 30 रुपया है। जिसमें मरीज एक साल तक परामर्श ले सकते हैं। निबंधित सभी दो सौ मरीजों को चिकित्सीय परामर्श दिया जाएगा। मरीजों के लिए जांच की सुविधा और सस्ते दर पर अमृत फार्मेसी से दवा भी मिलने लगेगी। संप्रति इमरजेंसी सेवा एवं गंभीर बीमारी का इलाज शुरू नहीं किया गया है। जल्द ही एक्स रे और अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधा शुरू होगी। ओपीडी सेवा में 15 बेड का डे केयर शुरू होगा। परिसर में ही सस्ते दर पर दवा मिलेगी।
सांसद निशिकांत ने मुख्यमंत्री पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री का प्रतिनिधित्व अल्पसंख्यक कल्याण, पर्यटन मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि आज झारखंड बना इसलिए यहां एम्स बना है। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य राजनीति का विषय नहीं है। सांसद निशिकांत दुबे से कहा कि मिल बैठकर पानी, बिजली और सड़क की समस्या दूर कर ली जाएगी।
सांसद डॉ. निशिकांत दुबे अपने अंदाज में बोले कि मुख्यमंत्री का कट आउट लगे लेकिन एम्स में बिजली,पानी सड़क की समस्या जल्द दूर हो। आज छह माह से सीएम एयरपोर्ट के एप्रोच सड़क की फाइल रखें हैं।
एम्स देवघर के अध्यक्ष डॉ. एनके अरोड़ा, कार्यकारी निदेशक ने भी संबोधन किया।