जी किशन रेड्डी का खनन क्षेत्र में स्वदेशी नवाचार पर जोर
केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने खनन क्षेत्र में स्वदेशी नवाचार पर जोर दिया। उन्होंने क्लीन कोल टेक्नोलाजी, कार्बन न्यूट्रल माइंस और क्रिटिकल म ...और पढ़ें

कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी।
जासं, धनबाद : केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने आइआइटी आइएसएम में कहा कि डिजिटलाइजेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट आफ थिंग्स, रियल टाइम मानिटरिंग और आटोमेशन जैसे तकनीकी उपायों को अपनाकर खनन को सुरक्षित, टिकाऊ और उत्पादक बनाया जा सकता है। स्वदेशी नवाचार, क्लीन कोल टेक्नोलाजी, कार्बन न्यूट्रल माइंस और क्रिटिकल मिनरल्स पर उन्नत शोध के लिए अकादमिक जगत, उद्योग और सरकार के बीच मजबूत सहयोग की आवश्यकता जताई।
सेंटर आफ एक्सीलेंस का उद्घाटन
मंत्री ने टेक्समिन (टेक्नोलाजी इनोवेशन हब फार एक्सप्लोरशन एंड माइनिंग) में नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन के तहत स्थापित सेंटर आफ एक्सिलेंस का उद्घाटन किया। इसका उद्देश्य देश में क्रिटिकल मिनरल की खोज, प्रसंस्करण और उपयोग की स्वदेशी क्षमता को सुदृढ़ करना है। ये खनिज स्वच्छ ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन, उन्नत विनिर्माण और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं।
उन्होंने डिजिटल माइनिंग और क्रिटिकल मिनरल्स से जुड़े शोध की भी समीक्षा की। इसमें आटोमेशन, डेटा एनालिटिक्स और माइन डिजिटाइजेशन के व्यावहारिक उपयोग पर चर्चा की। इस दौरान माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग में वर्चुअल रियलिटी माइन सिम्युलेटर का उद्घाटन रहा।
संस्थान ने यहां 360 डिग्री पर प्रशिक्षण सुविधा कोल इंडिया लिमिटेड तथा उसकी इकाइयों एनसीएल, ईसीएल और सीएमपीडीआइएल के सहयोग से विकसित की है। यह सिम्युलेटर भूमिगत और ओपनकास्ट खनन में सुरक्षा, कौशल और उत्पादकता बढ़ाने में सहायक होगा। झरिया क्षेत्र की अंडरग्राउंड खान और ओपनकास्ट माइन के संचालन का वर्चुअल प्रदर्शन भी किया गया।

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