शहरपुरा बवाल में बलियापुर व सिंदरी थाना में दो प्राथमिकी, पुलिस वीडियो फुटेज से कर रही हमलावरों की पहचान
सिंदरी में गुरुवार को हुए बवाल मामले में जिला पुलिस ने बलियापुर व सिंदरी थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की है। ग्रामीणों के हिंसक प्रदर्शन में पाथरडीह सिंदरी व भौंरा थाना प्रभारी जख्मी हो गए थे। इनमें भौंरा थाना प्रभारी की स्थिति अभी भी गंभीर है।

संवाद सहयोगी, बलियापुर/सिंदरी (धनबाद): सिंदरी में गुरुवार को हुए बवाल मामले में जिला पुलिस ने बलियापुर व सिंदरी थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की है। ग्रामीणों के हिंसक प्रदर्शन में पाथरडीह, सिंदरी व भौंरा थाना प्रभारी जख्मी हो गए थे। इनमें भौंरा थाना प्रभारी की स्थिति अभी भी गंभीर है। उनका दुर्गापुर मिशन अस्पताल में इलाज हो रहा है। सिंदरी डीएसपी अभिषेक कुमार ने बताया कि सिंदरी थाना में 40 नामजद व सैकड़ों अज्ञात पर मुकदमा किया गया है। वहीं बलियापुर थाने में 20 नामजद व छह सौ अज्ञात पर केस हुआ है। सिंदरी में बवाल करने वालों की पहचान वीडियो फुटेज के सहारे की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि बड़ादाहा पंचायत भवन के आगे बिना इजाजत के भीड़ ने जुलूस निकाला। रोकने पर बलपूर्वक दंगा करने के मकसद से गांव वाले आगे बढ़ते गए। सरकारी कार्य में बाधा डाली और तोड़फोड़ की। बलियापुर थाना प्रभारी श्वेता कुमारी ने कहा कि पुलिस हंगामा करने वालों की पहचान में लगी है। उन पर कार्रवाई होगी। सिंदरी के शहरपुरा बाजार में तनाव को देखते हुए पुलिस ने दिन में कई बार गश्त की, दुकानदारों को भरोसा दिया कि शांति कायम रहेगी, आप दुकानें खोलें। तब दुकानें खुलीं।
निष्क्रिय पड़ी रही पुलिस तो भड़क गए ग्रामीण
दरअसल सिंदरी के रहने वाले मेंशन समर्थक गौरव वक्ष उर्फ लक्की सिंह और उसके साथियों ने पूर्व सांसद व झारखंड आंदोलन के कद्दावर नेता स्व. बिनोद बिहारी महतो के रिश्तेदार किरण महतो की आठ दिन पहले पिटाई की थी। जब बड़ादाहा के ग्रामीण 22 अगस्त को शिकायत करने गए तो गौरव ने समर्थकों के साथ मिलकर अपने कार्यालय में आधा दर्जन ग्रामीणों को बुरी तरह से पीटा। बावजूद पुलिस सक्रिय नहीं हुई। ग्रामीणों को उम्मीद थी कि गौरव पर कार्रवाई होगी, जब वह नहीं हुई तो उसी रात करीब सौ बाइक पर सवार होकर आए ग्रामीणों ने गौरव के कार्यालय पर हमला किया था। उसके बाद भी पुलिस जब सक्रिय नहीं हुई तो ग्रामीणों का आक्रोश भड़कता गया। नतीजा वे गुरुवार को सड़क पर उतर आए। ग्रामीणों के बीच कई ऐसे तत्व भी थे, जिन्होंने तोड़फोड़ शुरू कर दी। नतीजा बवाल बढ़ता गया। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उस पर भी हमला हुआ, तीन पुलिस अधिकारी जख्मी हो गए। प्रदर्शन के कई वीडियो भी पुलिस ने बनाए हैं। इनको व इंटरनेट मीडिया पर चल रहे वीडियो फुटेज पुलिस टीम देख रही है, ताकि उन तत्वों की पहचान हो, जो बवाल में शामिल थे।
भौंरा थानेदार की हालत अभी भी नाजुक
चासनाला : ग्रामीणों के हिंसक प्रदर्शन में जख्मी हुए भौंरा थानेदार हिमांशु कुमार की हालत अभी भी खराब है। दुर्गापुर मिशन अस्पताल में चिकित्सकों की टीम उनके स्वास्थ्य पर नजर रखे है। धनबाद जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी भी चिकित्सकों के संपर्क में हैं। डाक्टरों की टीम ने गुरुवार की देर रात उनका सफल आपरेशन किया। उनके सिर की कई हड्डियां टूट गईं हैं। रक्त जम गया है। जमे रक्त को आपरेशन कर हटाया गया। चिकित्सकों का कहना है कि 24 घंटे बाद ही कुछ कह सकेंगे। हिमांशु की मां समेत कई मित्र व रिश्तेदार भी दुर्गापुर पहुंचे हैं।
दिसंबर में हिमांशु का होना है विवाह
हिमांशु का पैतृक गांव बिहार के बक्सर में है। फिलहाल वे रांची के धुर्वा में रहते हैं। उनका विवाह दिसंबर में तय है। रिंग सेरेमनी हो चुकी है। घर में विवाह की तैयारियां हो रही हैं। बताया जाता है कि 2018 बैच का यह सब इंस्पेक्टर बेहद मिलनसार है।

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