राजगंज में एक साथ उठी दोस्तों की अर्थी, नहीं जला किसी के घर का चूल्हा; दहाड़ मारकर रो रहे थे स्वजन
राजगंज के बरवाडीह में दीपक और आकाश नामक दो युवकों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। दोनों की उम्र 19 वर्ष थी और वे कैटरिंग का काम करते थे। पोस्टमार्टम के बाद शवों को गांव लाया गया जहां मातम छा गया। एक अन्य युवक सुमित गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज चल रहा है।

संवाद सहयोगी, राजगंज। रविवार शाम पांच बजे बरवाडीह के नीचे टोला निवासी दीपक कुमार महतो एवं आकाश कुमार महतो का शव एक साथ गांव पहुंचा।
मृतक के स्वजन के अलावा टोला की महिलाओं के चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया। दोनों मृतक हमउम्र करीब 19 वर्ष का था। एक साथ कैटरीन का काम करता था। दोनों की अर्थी एक साथ उठी और अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।
पोस्टमार्टम होने के बाद शव को एक साथ एंबुलेंस से लाया गया। सुबह से शव के इंतजार में ग्रामीण महिला, पुरुष एवं बच्चे घर के चौखट के सामने खड़े थे।
आकाश का घर पहला था। इसलिए शव को पहले उतारा गया। जिसके बाद महज डेढ़ सौ मीटर के दूरी पर स्थित दीपक का शव को उतरा गया।
मृतकों का स्वजन का चीत्कार से आस पास के गांव से आए ग्रामीण अपना आंसू रोक नहीं पाए। पूरा गांव शोक में डूबा था। बीते रात युवकों की मौत की सूचना मिलने पर टोला के किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला।
बुझ गया इकलौता चिराग
चंचल महतो का दीपक इकलौता पुत्र था। चंचल चेन्नई में काम करता है। दुखद खबर सुनकर हवाई जहाज से रांची आया। जिसके बाद अपना गांव पहुंचा। यहां आने के बाद अपना बेटा का चेहरा देख हताश बैठा रह गया। वहीं, उसकी बहन किरण और मां दहाड़ मार कर रो रही थी।
स्वजन ने बताया कि दोनों भाई बहन आरबीबी हाई स्कूल के छात्र थे। इस वर्ष एक साथ मैट्रिक की परीक्षा दिया था। वहीं, मजदूरी का काम करने वाला बिहारी महतो का आकाश बड़ा पुत्र था। आकाश दूसरे राज्य से काम कर हाल ही में वापस लौट था।
जिसके बाद अपने मृतक साथी के साथ कैटरिन का काम में लग गया था। बता दें कि शनिवार की रात बाइक में सवार होकर तीन युवक अपना घर लौट रहा था।
अज्ञात वाहन के चपेट में आने से दो युवकों की मौत हो गई थी। जबकि तीसरा सुमित कुमार महतो गंभीर रूप से घायल हो गया था। फिलहाल सुमित का इलाज धनबाद में निजी अस्पताल में चल रहा है।

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