मल्लाह समाज की उपजातियां को मिले अनुसूचित जनजाति का दर्ज
संस निरसा झारखंड निषाद विकास संघ का जिला स्तरीय चौथा स्थापना दिवस सह पारिवारिक मिलन समा

संस, निरसा : झारखंड निषाद विकास संघ का जिला स्तरीय चौथा स्थापना दिवस सह पारिवारिक मिलन समारोह निरसा के राज मैरिज हॉल में मनाया गया। इस दौरान वेदव्यास, केवटराज गुहाराज केवट, वीर एकलव्य व फूलन देवी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। सम्मेलन में संघ के केंद्रीय अध्यक्ष किशोर निषाद ने कहा कि अशिक्षा के कारण हमारा समाज आज भी पिछड़ा हुआ है। बच्चों व बच्चियों को हम लोग शिक्षित करें। शिक्षा व जानकारी के अभाव में सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हमारा समाज नहीं ले पा रहा। समाज में व्याप्त कुरीतियां, मद्यपान व दहेज प्रथा को समाप्त करने का निर्णय लें। केंद्रीय उपाध्यक्ष रवींद्रनाथ धीवर ने कहा कि भारत के 13 राज्यों के तर्ज पर झारखंड राज्य में भी मल्लाह की उपजातियां केवट, धीवर, निषाद, सहनी, चौधरी, कापरी, मंडल, कश्यप व जलछत्री को अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति की मान्यता दी जाए। झारखंड राज्य के सभी तालाबों को नगर निगम से मुक्त किया जाए ताकि हमारे समाज के लोग परंपरागत मत्स्य पालन कर अपना जीविकोपार्जन कर सकें। जानकी केवट ने कहा कि हमारा समाज सदियों से कदमताल करते रहा है। हमारे पूर्वज वेदव्यास ने महाभारत की रचना की। भगवान रामचंद्र के वन गमन के समय हमारे पूर्वज गुहाराज केवट ने उनको को अपने आश्रम में स्थान दिया और उन्हें नदी पार करवाने का काम किया। एकलव्य ने गुरु भक्ति की मिसाल पेश करते हुए अपना अंगूठा दान कर दिया। वर्तमान समय में हमारे समाज में काफी कुरीतियां आ गई हैं जिसके कारण हमारा समाज पिछड़ता जा रहा है। समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर कर हम लोग पुन: अपने स्वर्णिम इतिहास को दोहरा सकते हैं। बच्चों के बीच सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। सम्मेलन को संघ के केंद्रीय महासचिव रितेश निषाद, सचिव राजा उर्फ लखन केवट, कार्यकारी अध्यक्ष अशोक निषाद,धनबाद जिला सचिव पप्पू मल्लाह, डॉ. राजकुमार, मोहन धीवर, साधना धीवर, जितेंद्र निषाद,मनोज केवट, तारक धीवर, भोला धीवर, गोष्टा धीवर, कन्हाई धीवर, अजीत धीवर, कुश धीवर, लाल्टू धीवर, धनंजय धीवर आदि ने भी संबोधित किया।
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