ठंड बढ़ते ही वायरल संक्रमण का असर भी बढ़ा, धनबाद मेडिकल कॉलेज में हर दिन आ रहे 350 से अधिक मरीज
कोयलांचल में ठंड का प्रकोप बढ़ते ही वायरल संक्रमण के मामले भी तेजी से बढ़ने लगे हैं। वायरस संक्रमण का असर तेजी से हर आयु वर्ग के लोगों पर हो रहा है। ल ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, धनबाद: कोयलांचल में ठंड का प्रकोप बढ़ते ही वायरल संक्रमण के मामले भी तेजी से बढ़ने लगे हैं। वायरस संक्रमण का असर तेजी से हर आयु वर्ग के लोगों पर हो रहा है। लोगोंं में बुखार, बदन दर्द, सर्दी, खांसी, सिर दर्द और गैस की समस्या सामान्य हो चुकी है।
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के मेडिसिन विभाग में वायरल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। विभाग में हर दिन 350 मरीज आ रहे हैं। इसमें से डेढ़ सौ से ज्यादा मरीज वायरल संक्रमण से ग्रसित मिल रहे हैं। बच्चे बुजुर्ग के साथ बड़े भी इसके चपेट में हैं। विभाग के प्रमुख डॉक्टर यूके ओझा ने बताया कि तापमान में अचानक से गिरावट होने की वजह से संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ऐसे में लोगों को शरीर के तापमान को एक तरह का बनाए रखने की जरूरत है।
मधुमेह और स्ट्रोक के मरीज रखें विशेष ख्याल
डॉक्टर ओझा ने बताया कि ठंड बढ़ने से मधुमेह और स्ट्रोक के मरीजों को परेशानी हो सकती है। ठंड में ब्रेन की नसें सिकुड़ने लगती हैं। ऐसे में उच्च रक्तचाप वाले मरीज को यह जानलेवा होता है। ऐसे मरीज को ठंड से बचाना चाहिए। इस प्रकार के मरीजों में ब्रेन स्ट्रोक के मामले बढ़ने लगते हैं। मधुमेह और रक्तचाप के मरीज को सुबह सूर्य निकलने के बाद थोड़ी देर टहलना जरूर चाहिए। उन्होंने बताया कि ठंड से बचने के लिए सुबह और शाम में खासकर गर्म कपड़े जरूर पहनें।
खानपान में करें बदलाव
डॉक्टर ओझा ने बताया कि ठंड से बचने के लिए खानपान में बदलाव की जरूरत है। गर्म पानी का सेवन करें। खाने में घर में बनाया हुया सुप या कोई गर्म खाद्य पदार्थ पिएं। शाम होते ही बच्चे और बुजुर्गों को पूरे शरीर ढंकने वाले कपड़े पहनाएं। सिर और कान जरूर ढंके। ठंडी चीजें खाने से बचें। उन्होंने बताया कि सर्दी बुखार होने पर मरीज को अस्पताल ले जाकर डॉक्टर से दिखवाएं। घर पर खुद ही कोई दवा खाने बचें।

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