राजधानी, दुरंतो और शताब्दी के बाद 100 ट्रेनों में तत्काल टिकट के लिए नया नियम लागू, अब बताना होगा OTP
Railways Extend OTP-Based Tatkal Rule: राजधानी, दुरंतो और शताब्दी के बाद, भारतीय रेलवे ने टिकट सत्यापन प्रणाली को देश भर की 100 ट्रेनों में लागू करने ...और पढ़ें

रेलवे आरक्षण खिड़की पर 100 ट्रेनों के तत्काल टिकट के लिए ओटीपी अनिवार्य।
जागरण संवाददाता, धनबाद। OTP Verification Rule for Tatkal Tickets: पूर्व मध्य रेलवे (EC) के धनबाद रेलवे स्टेशन से खुलने वाली गंगा–दामोदर एक्सप्रेस समेत यहां से गुजरने वाली मुंबई मेल और वनांचल एक्सप्रेस में अब तत्काल कोटे से टिकट बुक कराने के लिए ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) सत्यापन अनिवार्य होगा। रेलवे प्रशासन की ओर से यह नई व्यवस्था गुरुवार से लागू की जा रही है। इसका उद्देश्य तत्काल टिकटों में पारदर्शिता लाना और दलालों पर अंकुश लगाना है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, पहले चरण में यह व्यवस्था राजधानी, दुरंतो और शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में लागू की गई थी। वहां सकारात्मक परिणाम मिलने के बाद अब इसे देशभर की 100 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में विस्तार दिया जा रहा है। इस सूची में गंगा–दामोदर एक्सप्रेस, मुंबई मेल और वनांचल एक्सप्रेस के अलावा रांची–बनारस एक्सप्रेस, हटिया–इस्लामपुर एक्सप्रेस और हटिया–पूर्णिया कोर्ट कोशी एक्सप्रेस भी शामिल हैं।
नई प्रणाली के तहत आरक्षण केंद्र से तत्काल टिकट बुक कराने पर यात्री के मोबाइल फोन पर ओटीपी भेजा जाएगा। यह ओटीपी उसी मोबाइल नंबर पर आएगा, जो आरक्षण फॉर्म में दर्ज होगा। यात्री को आरक्षण काउंटर पर ओटीपी बताकर सत्यापन कराना होगा। ओटीपी के सत्यापन के बाद ही तत्काल टिकट जारी किया जाएगा। यदि ओटीपी सत्यापित नहीं हो पाता है, तो टिकट जारी नहीं किया जाएगा।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे तत्काल टिकट बुक कराने के समय अपना सक्रिय मोबाइल फोन साथ रखें और सही मोबाइल नंबर ही आरक्षण फॉर्म में दर्ज करें। गलत या निष्क्रिय नंबर होने की स्थिति में ओटीपी प्राप्त नहीं होगा, जिससे टिकट बुकिंग में परेशानी आ सकती है।
रेलवे प्रशासन का मानना है कि ओटीपी आधारित सत्यापन प्रणाली से वास्तविक यात्रियों को फायदा मिलेगा और फर्जी बुकिंग व दलाली पर रोक लगेगी। साथ ही तत्काल टिकटों की उपलब्धता भी आम यात्रियों के लिए बेहतर होगी। आने वाले दिनों में इस व्यवस्था को और अधिक ट्रेनों तथा अन्य आरक्षण माध्यमों पर भी लागू किए जाने की संभावना है।

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