अब विवाह के शुभ मुहूर्त के लिए करना होगा दो महीने का इंतजार, जानिए कारण
Shubh Vivah Muhurat 2022 गुरु ग्रह अस्त होने से सभी प्रकार के मांगलिक कार्य बंद हो जाते है। क्योंकि गुरु ग्रह ज्योतिष के नव ग्रहों में सबसे अधिक शुभ ग ...और पढ़ें

जासं, धनबाद। परंपराओं के अनुसार शुक्र अथवा गुरु अस्त के समय विवाह मुहूर्तों व मांगलिक कार्य का निषेध माना गया है। इसलिए अब विवाह व मांगलिक कार्य 20 फरवरी तक ही होंगे। इसके बाद 23 फरवरी से 18 मार्च तक गुरु अस्त रहेंगे। इस दौरान 14 मार्च को सूर्य के मीन राशि में प्रवेश कर मीन संक्रांति शुरू हो जाएगी। जो एक माह तक का समय मलमास या खरमास का रहता है। मलमास में भी वैवाहिक कार्य नहीं होते है। ऐसे में ठीक दो महीने के बाद 19 अप्रैल को प्रथम वैवाहिक मुहूर्त होगा। भुईफोड़ मंदिर के पुजारी सुभाष पांडेय के अनुसार मकर संक्रांति से शुरू हुआ विवाह व मंगल कार्यों का सिलसिला 21 फरवरी से रूक जाएगा।
कैसे करें गुरु ग्रह को प्रसन्न
गुरु ग्रह अस्त होने से सभी प्रकार के मांगलिक कार्य बंद हो जाते है। क्योंकि गुरु ग्रह ज्योतिष के नव ग्रहों में सबसे अधिक शुभ ग्रह माने जाते हैं। जीवन के हर क्षेत्र में सफलता के पीछे गुरु ग्रह की स्थिति बेहद महत्वपूर्ण मानी गई है। गुरु जीवन के अधिकतर क्षेत्रों में सकारात्मक उर्जा प्रदान करने में सहायक होते हैं।
शुभ कार्य करने के लिए गुरु का उदय होना जरूरी
23 फरवरी को गुरु अस्त होने वाले हैं। तब से शहनाई की धुन थम जाएगी। देवगुरु को मांगलिक कार्यों का कारक माना जाता है। शुभ काम को संपन्न कराने के लिए गुरु का उदय होना जरूरी है।
गुरु अस्त होने पर ईष्ट देव की आराधना करें
गुरु अस्त होने की अवधि में सभी राशि के जातक कोई गलत कार्य न करें। स्वयं को सत्संग से जोड़े। गुरु, माता-पिता व अपने ईष्ट देव की आराधना करें। व प्रतिदिन सुबह स्नान कर इष्ट देव की पूजा कर जरूरतमंदों को दान करें।
शादी का शुभ मुहूर्त:
अप्रैल: 19, 20, 21 22, 23, 24, 27
मई: 2 ,3 ,4 ,9 10, 12, 18 ,20, 21, 24, 26, 27
जून: 1, 5, 6,8, 10, 11, 14 ,17, 20, 21, 22, 23

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