CM Hemant Soren से मुलाकात के बाद करीब नौ साल बाद झरिया की राजनीति में संजीव सिंह की एंट्री, समर्थकों ने हाथों-हाथ लिया
Sanjeev Singh Mansionकांग्रेस नेता नीरज सिंह हत्याकांड में बरी होने के बाद संजीव सिंह अपनी पत्नी रागिनी सिंह के साथ झरिया पहुंचे, जहाँ समर्थकों ने उनक ...और पढ़ें

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ झरिया की विधायक रागिनी सिंह और उनके पति संजीव सिंह। (फोटो -सौजन्य इंटरनेट मीडिया)
जागरण संवाददाता, झरिया (धनबाद)। Dhanbad Newsकांग्रेस नेता एवं धनबाद नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के आरोप में 27 अगस्त 2025 को धनबाद की विशेष MP-MLA अदालत से सबूतों के अभाव में बरी किए गए झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह सोमवार को करीब पौने चार महीने बाद अपनी पत्नी व झरिया की भाजपा विधायक रागिनी सिंह के साथ झरिया पहुंचे। उन्हें अपने बीच पाकर समर्थकों और कार्यकर्ताओं का उत्साह देखने लायक था। जगह-जगह फूल-मालाओं से उनका भव्य स्वागत किया गया।
11 अप्रैल 2017 को हुई थी गिरफ्तारी
धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या 21 मार्च 2017 को हुई थी। इस मामले में झरिया के तत्कालीन भाजपा विधायक संजीव सिंह का नाम सामने आया। खुद को निर्दोष बताते हुए संजीव सिंह 11 अप्रैल 2017 को धनबाद पुलिस के समक्ष पेश हुए थे। पूछताछ के बाद पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया था।
27 अगस्त को अदालत से हुए बरी
नीरज सिंह हत्याकांड में आठ साल चार महीने जेल में रहने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 8 अगस्त 2025 को संजीव सिंह को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया। इसके बाद वह जेल से बाहर आए। फिर 27 अगस्त 2025 को धनबाद की विशेष अदालत ने साक्ष्य के अभाव में उन्हें बरी कर दिया। अदालत से बरी होने के साढ़े तीन महीने बाद संजीव सिंह सोमवार को पहली बार झरिया पहुंचे।
विधानसभा के अंतिम दिन मुख्यमंत्री से की शिष्टाचार मुलाकात
झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र 5 दिसंबर से 11 दिसंबर 2025 तक चला। इस दौरान संजीव सिंह अपनी पत्नी एवं झरिया की भाजपा विधायक रागिनी सिंह के साथ रांची में थे। सत्र के अंतिम दिन 11 दिसंबर को उन्होंने अपनी पत्नी के साथ विधानसभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शिष्टाचार मुलाकात की।
जगह-जगह हुआ स्वागत
झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह सोमवार की शाम करीब नौ साल बाद अपनी कर्मभूमि झरिया पहुंचे। उनके आगमन की खबर मिलते ही समर्थकों और कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिला। झरिया पहुंचते ही ढोल-नगाड़ों, आतिशबाजी और नारों के साथ उनका स्वागत किया गया। समर्थक उनके काफिले के इंतजार में सड़कों के किनारे खड़े नजर आए।
संजीव सिंह सबसे पहले कतरास मोड़ पहुंचे, जहां उन्होंने अपने पिता स्व. सूर्यदेव सिंह एवं लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ मौजूद समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने भी स्व. सूर्यदेव सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया।
जनता की सेवा के लिए सदैव तत्पर
संजीव सिंह ने कहा कि करीब नौ वर्षों बाद आज झरिया आने का अवसर मिला है। झरिया की धरती से उनके पिता स्व. सूर्यदेव सिंह का गहरा लगाव रहा है। उन्होंने कहा कि जेल में रहने के दौरान भी जिस तरह कार्यकर्ता और समर्थक सिंह मेंशन परिवार के साथ मजबूती से जुड़े रहे, उसके लिए वह सदैव उनके ऋणी रहेंगे।

वहीं झरिया विधायक एवं संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक के आगमन से कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह और उमंग देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि संजीव सिंह अब धीरे-धीरे जनता की सेवा में पूरी तरह सक्रिय रहेंगे।

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