लो कर लो बात ! अब झरिया में नक्सली के नाम पर होगी रंगदारी, माफिया सकते में
झरिया अंचल के भागा बाजार गाड़ीवान पट्टी में रहने वाले श्रीराम ट्रेडर्स एवं फ्लावर मिल के मालिक महावीर राम से नक्सली कुंदन पाहन के नाम पर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। रंगदारी के लिए राम के आवास पर पर्चा साटे जाने के बाद इलाके में दहशत है।
संस, झरिया/ जामाडोबा। धनबाद का झरिया शहर। यह कोयले के लिए देशभर में प्रसिद्ध है। इसके साथ ही माफिया और रंगदारी का भी नाम जुड़ता है। कोयले के धंधे में माफिया रंगदारी करते हैं। यह निजी खान मालिकों के जमाने से चला आ रहा है। कोयला उद्योग के राष्ट्रीयकरण के बाद बदस्तूर जारी है। कभी नक्सली गतिविधि नहीं रही। इस कारण इनका खौफ भी न के बराबर रहा है। शुक्रवार को एक नई घटना घटी। रांची के नक्सली कुंदन पाहन के नाम पर एक आटा व्यवसायी से 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। इससे सनसनी फैल गई। व्यवसायियों के बीच दहशत है। शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। सच क्या है ? क्या इसके पीछे सचमुच में नक्सली कुंदन पाहन है या उसके नाम पर कोई रंगदारी की दुकान चलाना चाहता है।
भागा बाजार गाड़ीवान पट्टी में रहने वाले श्रीराम ट्रेडर्स एवं फ्लावर मिल के मालिक महावीर राम व उनके दो पुत्र रवि राम, अमित राम के आवास पर नक्सलियों ने पर्चा चिपकाकर कुंदन पाहन के नाम पर 10 लाख रुपये लेवी की मांग की। इससे भागा बाजार के व्यपारियों में हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोगों ने इसे दहशत फैलाने के लिए अपराधियों की करतूत बताया है। घटना की सूचना अमित ने शुक्रवार को झरिया थाना पुलिस को लिखित शिकायत कर दी। शिकायत में अमित ने कहा है कि शुक्रवार की सुबह दुकान खोलने गए तो देखा कि दरवाजे पर एक कागज चिपका है। इसपर धमकी भरे शब्दों में लिखते हुए कहा गया है कि आपलोग अनाज का व्यापार करते हैं। इसके एवज में 10 लाख रुपये लेवी (रंगदारी) देनी होगी। पोस्टर चिपकाने से महावीर का परिवार दहशत में है।
अमित ने पुलिस को बताया कि हमलोग कारोबार के लिए बाहर निकलते हैं। बच्चों का स्कूल आना-जाना होता है। कही अनहोनी घटना नहीं घट जायं। पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर कागज को अपने साथ ले गई। पुलिस मामले की जांच में जुटी। पुलिस का कहना है कि हर बिंदु पर छानबीन की जा रही है। दूसरी तरफ माफिया सकते में हैं। उनके इलाके में नक्सली की धमक कैसे पहुंच गई?