राजमहल में गंगा किनारे बनेगा रोरो टर्मिनल, साहिबगंज-मालदा के भारी वाहन पानी जहाज चढ़ होंगे पार
RORO Ferry service रोरो सेवा शुरू होने से राजमहल अनुमंडल समेत पूरे साहिबगंज के लोगों को फायदा होगा। अभी यहां के लोगों के लिए समीप में सबसे बड़ा बाजार मालदा है। राजमहल से फरक्का होकर सड़क के माध्यम से मालदा जाने में 80 किमी की दूरी तय करनी होती है।

जागरण संवाददाता, साहिबगंज। झारखंड के साहिबगंज जिले के राजमहल में गंगा किनारे रोरो (रोल आन-रोल आफ) टर्मिनल एक साल में बनेगा। यहां से बंगाल के मालदा के मानिकचक के बीच रोरो सेवा शुरू होगी। इसके तहत पानी में चलने वाले जहाजों का परिचालन होगा, जिसमें मालवाहक व यात्री वाहनों से लेकर यात्रियों को भी मानिकचक पहुंचाया जाएगा। टर्मिनल के लिए राजमहल के बोल्दा मौजा की जमीन को चिह्नित किया गया है। भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण के सहायक निदेशक संजीव कुमार ने साहिबगंज उपायुक्त को पत्र भेजकर चिह्नित जमीन के स्वामित्व, मूल्य के बारे में जानकारी मांगी है। ताकि अगला कदम बढ़ाया जा सके। प्राधिकरण इस जमीन को 33 साल के लिए लीज पर लेगा। इस मद में उचित राशि देगा। राजमहल के 17 रैयतों की जमीन चिह्नित कर ली गई है।
आम लोगों को होगा फायदा, कारोबार भी बढ़ेगा
रोरो सेवा शुरू होने से राजमहल अनुमंडल समेत पूरे साहिबगंज के लोगों को फायदा होगा। अभी यहां के लोगों के लिए समीप में सबसे बड़ा बाजार मालदा है। राजमहल से फरक्का होकर सड़क के माध्यम से मालदा जाने में 80 किमी की दूरी तय करनी होती है। दूसरी ओर गंगा पार कर मानिकचक होकर यह दूरी केवल 40 किमी रह जाती है। मानिकचक से कटिहार व पूर्णिया के साथ सिलीगुड़ी व नेपाल की दूरी भी कम हो जाती है। इस सेवा से स्थानीय कारोबार को भी पंख लगेंगे। स्टोन चिप्स व कृषि उत्पादों को बड़ा बाजार मिलेगा। दरअसल, यहां निजी कंपनी के जहाजों का परिचालन होता था, मगर वह सेवा एक साल से बंद है। टर्मिनल की भी यहां समुचित व्यवस्था नहीं थी। निजी जहाजों से भी स्टोन चिप्स लदे ट्रक ही खूब नदी पार जाते थे। रोरो सेवा का संचालन जलमार्ग प्राधिकरण करेगा। इससे व्यवस्था सुदृढ़ होगी, सरकार को राजस्व मिलेगा। सरकारी सेवा होने से किराया भी कम लगने की उम्मीद है। टर्मिनल बनने से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
साहिबगंज में मल्टी माडल टर्मिनल
साहिबगंज में मल्टी माडल टर्मिनल बन चुका है। यहां से जहाजों का परिचालन हो रहा है। कटिहार के मनिहारी में भी रोरो टर्मिनल बनाने का प्रस्ताव है। हाजीपुर में भी एक टर्मिनल के बन रहा है। सारे टर्मिनल बन जाने से जलमार्ग से लोगों के आवागमन के साथ माल ढुलाई सुगम होगी।
यह है रोरो फेरी सेवा
यह विशेष फेरी सेवा है। यात्री वाहनों को यात्री समेत व मालवाहक वाहनों को माल समेत जहाज पर लादकर नदी पार कराया जाता है। इसके लिए प्राधिकरण ने करीब डेढ़ साल पूर्व एक बड़ा जहाज भी उपलब्ध कराया था। एक और जहाज भी जल्द मिलेगा।
जलमार्ग प्राधिकरण की ओर से राजमहल में रोरो टर्मिनल बनाने के लिए चिह्नित जमीन की जानकारी मांगी गई है। अधिकारियों को यथाशीघ्र उसे उपलब्ध करा देने का निर्देश दे दिया गया है।
-रामनिवास यादव, उपायुक्त, साहिबगंज
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