नहीं मिटेगा आरसीएमएस का अस्तित्व, सुरेश चंद्र बने अध्यक्ष व केबी महासचिव
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नहीं मिटेगा आरसीएमएस का अस्तित्व, सुरेश चंद्र बने अध्यक्ष व केबी महासचिव
धनबाद/चिरकुंडा : विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने भले ही
राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ का अस्तित्व समाप्त कर दिया है, लेकिन उनके दिवंगत पिता व दिग्गज मजदूर नेता राजेंद्र प्रसाद सिंह के पुराने सहयोगियों ने संघ का अस्तित्व बरकरार रखने का एलान किया है। चिरकुंडा के तालडांगा आवासीय कालोनी में शनिवार को संघ की केंद्रीय समिति की बैठक हुई। इस बैठक में सर्वसम्मत से सुरेश चंद्र झा को आरसीएमएस का केंद्रीय अध्यक्ष व केबी सिंह को महासचिव चुन लिया गया है। साथ ही नागेंद्र सिंह को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। तीनों को पूरी कमेटी बनाने के लिए अधिकृत कर दिया गया है। साथ ही विधायक अनूप सिंह, एके झा समेत उनकी टीम के सदस्यों को आरसीएमएस से निष्कासित कर दिया गया। बैठक में प्रस्ताव पारित कर आरसीएमएस की बीसीसीएल व सीसीएल की सभी क्षेत्रीय कमेटियों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया।
विदित हो कि 27 मार्च को जामाडोबा में आरसीएमएस की केंद्रीय कमेटी की बैठक हुई थी। इस बैठक में आरसीएमएस का अस्तित्व समाप्त करने का एलान किया गया था। साथ ही नए निबंधन के साथ राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन का गठन कर लिया गया था। इस यूनियन के अध्यक्ष विधायक अनूप सिंह एवं महासचिव एके झा बनाए गए थे। सुरेश चंद्र झा एवं केबी सिंह ने इस फैसले का विरोध करते हुए अनूप सिंह की कमेटी से नाता तोड़ लिया था। दोनों नेताओं ने आरसीएमएस का अस्तित्व बरकरार रखने का एलान किया था। इसी कड़ी में केबी सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को तालडांगा में बैठक हुई।
बैठक में कहा गया कि आरसीएमएस के केंद्रीय अध्यक्ष कुमार जयमंगल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने से अध्यक्ष, महामंत्री, कोषाध्यक्ष सहित सभी
पद खाली हो गए थे। इन पदों पर नियुक्ति के लिए बैठक हुई। बैठक में
बैंक खाता आपरेशन से संबंधित प्रस्ताव पारित किए गए।
बैठक के बाद चिरकुंडा में प्रेस वार्ता करते हुए सुरेश चंद्र झा व केबी सिह ने कहा कि बिना किसी को जानकारी दिए 27 मार्च को आरसीएमएस के केंद्रीय अध्यक्ष जयमंगल सिंह ने इस्तीफा दे दिया। इससे पूरी कमेटी भंग हो गई। जयमंगल ने एक दूसरी यूनियन को खड़ा किया। इससे वे लोग हतप्रभ रह गए। उन्होंने कहा कि माइकल जोन, राजेंद्र प्रसाद सिह, बीपी सिन्हा, बिंदेश्वरी दुबे, कांति मेहता, रामनारायण शर्मा, एस दास गुप्ता जैसे दिग्गज मजदूर नेताओं ने जिस संगठन का नेतृत्व किया उसके नाम को मिटने नहीं दिया जाएगा। इसका पुरजोर विरोध हो रहा है।
प्रेस वार्ता में सकलदेव प्रसाद, राकेश यादव, राम इकबाल साव, श्रीराम चौहान, नंदलाल सिंह, लखपति नोनिया, रवि शर्मा, अरविंद कुमार, शशि भूषण नाथ तिवारी, मंतोष यादव, मनभोला कुंभकार, शिवाकांत पांडेय, निशिकांत मिश्रा, राजेंद्र राउत, अमिरूल्लाह, हरदेव मंडल आदि मौजूद थे।

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