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    एक करोड़ के घोटाले में रमेश गांधी की धनबाद कोर्ट में पेशी

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 31 Aug 2018 08:44 AM (IST)

    धनबाद : धनबाद और कोलकाता के चर्चित विवादस्पद व्यवसायी रमेश गांधी को कोल इंडिया की सहया

    एक करोड़ के घोटाले में रमेश गांधी की धनबाद कोर्ट में पेशी

    धनबाद : धनबाद और कोलकाता के चर्चित विवादस्पद व्यवसायी रमेश गांधी को कोल इंडिया की सहयोगी कंपनी बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लि.) में 24 वर्ष पूर्व हुए 01 करोड़ 7 लाख 59 हजार 518 रुपये के ट्रासपोर्टिंग घोटाले में गुरुवार को कड़ी सुरक्षा में कोर्ट में पेश किया गया। धनबाद के बेकारबांध निवासी रमेश गाधी फिलवक्त अलीपुर जेल में बंद हैं। उनकी पेशी के लिए सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश संजय कुमार की अदालत ने प्रोडक्शन वारंट जारी किया था। धनबाद सीबीआइ अदालत में गाधी के विरुद्ध दो मामले लंबित हैं और वे दोनों मामलों में वह जमानत पर हैं। इसलिए धनबाद जेल प्रशासन ने पुन: गाधी को अलीपुर जेल भेज दिया। मालूम हो कि रमेश गांधी ने एक समय बीसीसीएल के ठेके में तूती बोलती थी। यहां कई विवादों से घिरने के बाद कोलकाता चले गए। वहां उन्होंने रेनबो प्रोडक्शन नाम ने टीवी कंपनी खोल ली। वह करोड़ों के सारधा चिटफंड घोटाले के भी आरोपित हैं।

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    यह है आरोप : सीबीआइ के भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने वर्ष 1994 में बीसीसीएल के तत्कालीन सीएमडी समेत 14 लोगों के विरुद्ध एक करोड़ सात लाख उनसठ हजार 59 हजार 518 रूपये के घोटाले की प्राथमिकी 22 मार्च 94 को दर्ज की थी। प्राथमिकी में सीबीआइ ने दावा किया था कि फरवरी 89 से दिसंबर 1992 के दौरान बीसीसीएल के अधिकारियों ने मेसर्स सैनिक गुड्स केरियर बेकारबाध के साथ मिलीभगत एवं सभी नियम और कायदे कानून को ताक पर रखकर ईस्ट बसुरिया क्षेत्र कतरास से ट्रासपोर्टेशन का काम सैनिक गुड्स कैरियर को दे दिया था। इससे बीसीसीएल को नुकसान पहुंचा था!

    ये हैं आरोपित : सीबीआइ ने 10अक्टूबर 01 को सौंपे आरोप पत्र मे बीसीसीएल के तत्कालीन सीएमडी पीआर सिन्हा, डायरेक्टर टेक्निकल एन सर ,जीएम डी सिन्हा, डिप्टी जीएम डी गोयल,एसीएफएम ऑपरेशन आरआर सिंह ,एडीसीएमइ के सी नंदा ,डिप्टी चीफ इंजिनियर बीबीपी तेतरबाई ,सीएमई बीएन प्रसाद,ब्रिग्रेडियर एसडी शुक्ला,रमेश गाधी, उसके भाई महेश गाधी व राजेश गाधी (डायरेक्टर मेसर्स सैनिक गुड्स) को आरोपित बनाया था। सुनवाई के दौरान तत्कालिन सीएमडी पीआर सिन्हा एवं सीएमई बीएन प्रसाद की मौत हो चुकी है।

    मेसर्स कंटीनेंटल ट्रांसपोर्ट संबंधी घपले में पेशी :

    वहीं दूसरी ओर विजया बैंक के सीनियर मैनेजर रत्‍‌नाकर हेडगे द्वारा मेसर्स कंटीनेंटल ट्रासपोर्ट को फाइनाशियल लिमिट से ज्यादा क्रेडिट फेसिलिटी देने के दूसरे मामले में भी रमेश गाधी की पेशी कराई गई। वर्ष 1996 मे सीबीआइ ने रमेश गाधी ,रत्‍‌नाकर हेडगे (सिनियर मैनेजर),मोहन प्रसाद सिन्हा(डिप्टी फाईनास मैनेजर) ,सतीनाथ भट्टाचार्य (मैनेजर यूटीआइ) के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी।