Night Duty Allowance: सात से 8 हजार तक एक्स्ट्रा इनकम... Railway Employee के लिए खुशियों का पैगाम लाया सावन, हो गई बल्ले-बल्ले
सावन का पहला दिन देशभर के रेल कर्मचारियों के लिए खुशियों का पैगाम लेकर आया। रेल कर्मचारियों के नाइट ड्यूटी भत्ते पर लगी रोक अब हट जाएगी। वित्त मंत्रालय ने इसे ग्रीन सिग्नल दे दिया है। जल्द ही रेलवे बोर्ड से भी आदेश जारी हो जाएगा।
जागरण संवाददाता, धनबाद: सावन का पहला दिन देशभर के रेल कर्मचारियों के लिए खुशियों का पैगाम लेकर आया। रेल कर्मचारियों के नाइट ड्यूटी भत्ते पर लगी रोक अब हट जाएगी। वित्त मंत्रालय ने इसे ग्रीन सिग्नल दे दिया है। जल्द ही रेलवे बोर्ड से भी आदेश जारी हो जाएगा। नाइट ड्यूटी भत्ता लागू होते ही रात्रि पाली में काम करने वाले तमाम रेल कर्मचारियों को पहले की तरह रात्रि भत्ते का लाभ मिलेगा। भत्ते की रकम सात से आठ हजार रुपये तक होगी। आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने ट्विटर पर इससे जुड़ी जानकारी शेयर की है। उनका संदेश मिलते ही देशभर के रेल कर्मचारियों में जश्न का माहौल है।
रेलवे ने लगभग तीन साल पहले नाइट ड्यूटी भत्ते पर रोक लगा दी थी। यह फरमान जारी कर दिया कि 43600 से अधिक वेतन पाने रेल कर्मचारियों को रात्रि भत्ता नहीं मिलेगा। इसके साथ ही यह भी आदेश जारी कर दिया गया कि 43600 से अधिक वेतन पाने जिन कर्मचारियों को भत्ते दिए जा चुके हैं, उनसे रोक लगने की तिथि से रिकवरी भी की जाएगी। इसके साथ देशभर की यूनियनों ने हंगामा शुरू कर दिया। काफी दिनों तक धरना-प्रदर्शन के बाद रिवकरी के आदेश को वापस ले लिया गया, पर रात्रि भत्ते पर लगी रोक नहीं हटी। आल इंडिया रेलवे मेंस फेडेशन लगातार रेलवे बोर्ड से पत्राचार कर रहा था। इस साल फरवरी महीने में रेलवे बोर्ड ने भरोसा दिया कि रात्रि भत्ते को पुनर्बहाल करने के प्रयास हो रहे हैं। अब मामला वित्त मंत्रालय के दरबार में था, जहां संबंधित फाइल पास कर दी गई। फेडरेशन से जुड़े ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के मीडिया प्रभारी एनके खवास ने कहा कि रात्रि भत्ते को फेडरेशन लगातार प्रयास कर रहा था और पहल सार्थक हुई। इसका फायदा धनबाद मंडल समेत देशभर के लाखों कर्मचारियों को मिलेगा।
यहा देखें: twitter.com/ShivaGopalMish1/status/1547162911356768256
40 हजार स्टेशन मास्टरों के साथ लाखों गार्ड और ड्राइवर को फायदा
नाइट ड्यूटी भत्ते पर लगी रोक हटने से देशभर के लगभग 40 हजार स्टेशन मास्टरों को इसका फायदा मिलेगा। धनबाद रेल मंडल के लगभग तीन हजार स्टेशन मास्टरों को इसका फायदा मिलेगा और उनकी जेब पहले से ज्यादा भारी होगी। नाइट ड्यूटी भत्ता बंद होने से स्टेशन मास्टर कई बार आंदोलन का मूड बना चुके हैं। हड़ताल की घोषणा भी कर चुके हैं। पर हर बार रेलवे ने उनके आंदोलन से पहले कड़े निर्णय ले लिए जिस वजह से हड़ताल स्थगित करना पड़ा है। इस साल 31 मई को भी स्टेशन मास्टरों में देशव्यापी हड़ताल का एलान कर दिया था। पर रेलवे की चाबुक चली और हड़ताल स्थगित हो गई। अब भत्ते पर लगी रोक हटने की खबर से उनके चेहरे खिल गए हैं। स्टेशन मास्टर के साथ पूरी रात ट्रेन दौड़ाने वाले चालक, सहायक चालक और ट्रेन मैनेजर यानी गार्ड भी गदगद हैं। रेलवे से मिलने वाली तनख्वाह के साथ अब हजारों का एक्स्ट्रा इनकम भी होगा।
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