DMC: अब मिलेगी आवारा कुत्तों से राहत; नगर निगम ने बनाई डॉग कैचर वैन
नगर निगम ने आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए डाग कैचर वैन बनाई है। गुरुवर से विभिन्न इलाकों से कुत्तों को पकड़ने का काम शुरू हो गया। गोधर और पुटकी इलाके ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, धनबाद: नगर निगम ने आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए डाग कैचर वैन बनाई है। गुरुवर से विभिन्न इलाकों से कुत्तों को पकड़ने का काम शुरू हो गया। गोधर और पुटकी इलाके से लगभग 20 कुत्ते पकड़े गए। नगर निगम कुत्ते तो पकड़ रहा है, लेकिन इसे छोड़ा कहां जाए इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई।
नगर निगम ने दूर-दराज जंगल में ले जाकर इन्हें छोड़ने की योजना बनाई है। डाग कैचर वैन भी जुगाड़ तकनीक से बनाई गई है। पुराने 407 ट्रक पर लगभग 30 हजार रुपये खर्च कर वैन तैयार की गई है। नई डाग कैचर गाड़ी कम से कम चार लाख में आ रही है। इसलिए निगम ने जुगाड़ तकनीक का इस्तेमाल कर वैन बना डाली।
इसमें एक साथ करीब 25 से 30 कुत्तों को पकड़कर रखा जा सकेगा। निगम ने कुत्ता पकड़ने के लिए वैन तो बना ली है, लेकिन कुत्तों को छोड़ने के मामले में अभी तक कोई कार्ययोजना नहीं है। आवारा कुत्तों के आतंक से शहरवासी कई वर्षों से परेशान हैं।
निगम द्वारा पकड़े जाने वाले आवारा कुत्तों को रखने के लिए डाग हाउस का निर्माण आवाश्यक है। नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने बताया कि कुत्तों की धरपकड़ के लिए अभियान लगातार जारी रहेगा। पकड़े गए कुत्तों को शहर से बाहर छोड़ा जाएगा। गुरुवार को नगर निगम विभिन्न इलाकों से 20 कुत्ते पकड़े। इन्हें जंगल में छोड़ने की व्यवस्था की जा रही है। हालांकि इस बीच कुछ लोगों ने खुद को पशु प्रेमी बताते हुए नगर आयुक्त को फोन कर ऐसा न करने की बात कही। नगर आयुक्त ने सभी को समझाने का प्रयास किया कि अभी के वक्त में कुत्तों को पकड़ना बेहद जरूरी है।

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