निरसा में होम आइसोलेशन में रह रहे अधिकतर कोरोना मरीजों को नहीं मिल रहा मेडिकल किट
संवाद सहयोगी निरसा निरसा प्रखंड क्षेत्र में कोरोना से मृत दो लोगों के परिवार को संबल कि

संवाद सहयोगी, निरसा : निरसा प्रखंड क्षेत्र में कोरोना से मृत दो लोगों के परिवार को संबल किट दिया गया है। मृतक माड़मा निवासी छाया रानी मंडल व भलाईट निवासी मनीष घोष के आश्रितों को प्रखंड द्वारा संबल साथी किट का वितरण किया गया है। होम आइसोलेशन में रह रहे ज्यादातर लोगों को मेडिकल किट का वितरण नहीं किया गया है। यही नहीं, होम आइसोलेशन में रह रहे गरीब व असहाय लोगों के बीच खाद्य सामग्री भी समुचित मात्रा में उपलब्ध नहीं करवाई गई है।
भोज भात के बाद मानिक घोष के कोरोना संक्रमित होने की खबर
भालाइट निवासी मानिक घोष की मौत 29 अप्रैल को होने के बाद एसएनएमएमसीएच से चिकित्सकों ने उसके शव को स्वजनों को सौंप दिया। स्वजनों ने गांव लाकर उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। श्राद्ध कर्म भी संपन्न हो गया। उसके बाद स्वजनों को सूचना आई कि मृतक मानिक घोष कोरोना संक्रमित थे। प्रखंड प्रशासन द्वारा मृतक के स्वजनों को संबल साथी किट दिया जाने लगा तो वो लेने से इन्कार करने लगे। उन लोगों का कहना था कि पिता कोरोना संक्रमित नहीं थे। काफी अनुनय विनय किए जाने के बाद स्वजनों ने संबल किट लिया। बाद में विधायक अपर्णा सेनगुप्ता की पहल पर मृतक के स्वजनों की कोरोना जांच कराई गई जिसमें कोई भी कोरोना संक्रमित नहीं मिला। मानिक घोष के तीन पुत्र हैं। बड़ा पुत्र उज्जवल चिरकुंडा में रहता है। मंझला पुत्र गौर घोष एमपीएल में काम करता है। तीसरा पुत्र अपनी ससुराल में ही रहता है। मृतक का राशन कार्ड था। स्वजनों को सरकारी दर से राशन मिलती है। ठीक उसी प्रकार माड़मा निवासी छाया रानी मंडल के साथ हुआ। श्राद्ध कर्म लगभग खत्म होने के समय परिवार को पता चला कि वो कोरोना संक्रमित थी। छाया रानी मंडल के स्वजनों का भी राशन कार्ड है। घर के सदस्य दैनिक मजदूरी का काम करते हैं।
एक मृतक का अता-पता नहीं :
जिला प्रशासन द्वारा निरसा प्रखंड में तीन लोगों के कोरोना संक्रमण से मौत की जानकारी दी गई। इसमें संतोष वासेकर नामक मृतक का अभी तक कोई अता-पता नहीं चल पा रहा है। हालांकि, नाम पता निरसा बाजार लिखा है पर निरसा बाजार में इस नाम का कोई व्यक्ति नहीं है।
होम आइसोलेशन में ज्यादातर लोगों को नहीं मिली मेडिकल किट
निरसा प्रखंड में वर्तमान समय में 14 स्थानों पर होम आइसोलेशन में कोरोना संक्रमित रह रहे हैं। होम आइसोलेशन में रहनेवाले श्यामपुर पंचायत के फटका निवासी सूरज कुमार ने बताया कि आज तक किसी प्रकार की कोई मेडिकल किट नहीं भेजी गई है। घर में बड़े बच्चे मिलाकर 16 सदस्य हैं। एक बार मुखिया द्वारा मात्र पांच किलो सूखा चावल दिया गया है। गनीमत रही कि निरसा गुरुद्वारा समिति प्रतिदिन दो समय का भोजन व पानी की व्यवस्था कर रही है जिससे काफी राहत मिली। यदि प्रशासन एवं मुखिया के भरोसे हम लोग रहते तो कब का भूख से तड़प-तड़प कर मर जाते। हम लोग छह भाई हैं। सभी दैनिक मजदूरी कर अपना परिवार चलाते हैं। होम आइसोलेशन में रहने के चलते काई काम करने भी नहीं जा सकते।
उसी तरह भालजोरिया कुष्ठ कॉलोनी निवासी अशोक ठाकुर का राशन कार्ड है। इन्हें भी मेडिकल किट नहीं मिला है। उन्होंने भी बताया कि निरसा गुरुद्वारा कमेटी द्वारा दो वक्त का भोजन उपलब्ध कराया गया। खास निरसा निवासी नटवर सिंह स्वयं कोविड अस्पताल में भर्ती हैं। उनके घर के सदस्यों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, परंतु प्रशासन द्वारा उन्हें किसी प्रकार का राशन उपलब्ध नहीं कराया गया। सूचना पाकर निरसा गुरुद्वारा कमेटी द्वारा उनके स्वजनों को सात दिन का सूखा राशन दिया गया। भगाबांध निवासी होम आइसोलेशन में रह रहे सतीश दां, कविता बाउरी को मेडिकल किट उपलब्ध करवाया गया है।
क्या कहते अधिकारी :
निरसा सीएचसी प्रभारी डॉ. रोहित गौतम ने बताया कि हमारे पास मेडिकल किट नहीं आई है। दूसरी ओर निरसा बीडीओ विकास कुमार राय ने बताया कि होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को प्रशासन द्वारा राशन उपलब्ध नहीं करवाना है। जो आर्थिक रूप से असक्षम हैं वैसे परिवार परिवारों को राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है। फटका व खास निरसा में होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को शनिवार को राशन उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
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एग्यारकुंड में कोरोना से छह मौत, एक परिवार को मिला संबल किट
गलफरबाडी: एग्यारकुंड प्रखंड में कोरोना की दूसरी लहर में कुल छह लोगों की मौत हुई है। मेढ़ा पंचायत अंतर्गत मैथन के आनंद नगर, चिरकुंडा नगर परिषद, शिवलीबाड़ी पूरब पंचायत, आमकुड़ा पंचायत में कोरोना संक्रमण से छह लोगों की जान गई है। इसमें केवल मेढ़ा पंचायत के आनंद नगर में कोरोना से मृत व्यक्ति के आश्रित को प्रखंड की ओर से किट मिला है।

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