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    250 रैक का था ऑफर, एक रैक भी नहीं हुआ बुक

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 12 Feb 2021 04:33 AM (IST)

    बीसीसीएल का ई-ऑक्शन दूसरे दिन भी धड़ाम हो गया। दूसरे दिन 250 रैक का ऑफर दिया गया था लेकिन एक रैक भी कोयला बुक नहीं हुआ। जागरण संवाददाता धनबाद बीसीसीएल को स्पॉट ई-ऑक्शन के दूसरे दिन भी तगड़ा झटका लगा ह

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    250 रैक का था ऑफर, एक रैक भी नहीं हुआ बुक

    जागरण संवाददाता, धनबाद : बीसीसीएल को स्पॉट ई-ऑक्शन के दूसरे दिन भी तगड़ा झटका लगा है। कंपनी ने फरवरी माह में 14 लाख टन कोयले का ऑफर निकाला था। इसमें चार लाख टन रोड सेल से व 10 लाख टन कोयला रेल सेल से करने का ऑफर था। कंपनी का विशेष जोर रेल सेल से कोयला बेचने का था ताकि बड़े पैमाने पर कोयला बिके और कंपनी की आर्थिक स्थिति सुधरे। हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ।

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    रेल सेल के जरिए कोयले गुरुवार को 10 लाख टन कोयले का ऑफर मेसर्स एमएसटीसी के जरिए दिया गया। कुल 250 रैक कोयले की बोली लगने की उम्मीद थी। इनमें से एक रैक भी कोयला बुक नहीं हुआ। हालांकि रोड सेल के लिए उपलब्ध कोयले की बोली कुछ जगहों पर लगी लेकिन वह भी नाम मात्र की ही रही।

    रोड सेल के लिए कंपनी ने चार लाख टन कोयले का ऑफर दिया था। इसमें 232,000 टन कोयले का ऑक्शन बुधवार को किया गया जिसमें मात्र 65,450 टन कोयला ही बुक हुआ। गुरुवार को 168,000 टन कोयले का ऑफर था जिसमें मात्र 39,100 टन कोयले की ही बोली लगी। 128,900 टन कोयला धरा रह गया। यही हाल हार्डकोक का हुआ। लोयाबाद हार्डकोक प्लांट से 1500 टन हार्डकोक के लिए बोली आमंत्रित की गई लेकिन यह बुक नहीं हुआ। रेल सेल में था विशेष ऑफर :

    रेल सेल के लिए कंपनी ने वाशरी फोर ग्रेड के कोयले की बिक्री बढ़ाने के लिए विशेष ऑफर दिया था। इस ग्रेड के कोयले की बिक्री बढ़ाने के लिए इसमें सर्वाधिक रिजर्व प्राइस से 23 फीसद तक की छूट दी गई थी। इस लिहाज सेय यह नोटीफाइड प्राइस से भी कम की दर में बोली के लिए तैयार था। बावजूद इसे बड़े कारोबारियों ने पूछा तक नहीं। वास्ड कोल उत्पादन बढ़ाने की योजना को धक्का :

    बीसीसीएल इन दिनों वास्ड कोल का उत्पादन बढ़ाने की योजना पर काम कर रहा है। इस कोयले की स्टील सेक्टर में काफी मांग है। समस्या यह है कि वास्ड कोल तो बिक जाता है लेकिन वाशरी-4 व उससे कम ग्रेड का कोयला पड़ा रहता है। इस वजह से वाशरी खाली नहीं हो पाता और उससे वास्ड कोल का उत्पादन करते रहना मुश्किल हो जाता है। लिहाजा कंपनी ने इसमें बड़ी छूट दी थी। ऑक्शन को सफलता नहीं मिलने से कंपनी की योजना धराशायी हो गई। बस्ताकोला व कुइया का कोयला नहीं बिका :

    रोड सेल के जरिए भी बस्ताकोला ओसीपी व कुइया आउटसोर्सिंग का कोयला एक छटांक नहीं बिका। जबकि यहां के लिए क्रमश: 25 हजार व 10 हजार टन कोयले के लिए बोली आमंत्रित की गई थी। कुइया विभागीय के लिए आठ हजार टन कोयले की बोली आमंत्रित थी लेकिन मात्र 50 टन ही बिका। सबसे बेहतर प्रदर्शन कुमारीजोड़ व बांसजोड़ा का रहा। कुमारीजोड़ में 25 हजार टन के बनिस्बत 13700 टन कोयला बिका जबकि बांसजोड़ा में 20 हजार टन कोयला उपलब्ध था जिसमें बोली 11450 टन की लगी।