रंजय के श्राद्ध में संजीव ने रची थी नीरज मर्डर की साजिश
नीरज हत्याकांड में डबलू गिरि ने सनसनीखेज खुलासे किए हैं। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। नीरज हत्याकांड में पुलिस के हत्थे चढ़े डबलू मिश्र उर्फ मृत्युंजय गिरि उर्फ राकेश कुमार मिश्र उर्फ डबलू गिरि ने सनसनीखेज खुलासे किए हैं। सरायढेला थाना प्रभारी निरंजन तिवारी को दिए बयान में डबलू ने बताया कि कैमूर में रंजय सिंह के श्राद्धकर्म के दौरान ही झरिया के भाजपा विधायक संजीव सिंह ने धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या की साजिश रची थी। शूटर पंकज से संजीव की यहीं बातचीत हुई थी।
डबलू ने बताया कि वह देशबंधू सिनेमा हॉल में काम करता था। वहीं पाल सोनी एवं चीनू रवानी से दोस्ती हो गई। उनके साथ मारपीट, लूट व हत्या की घटना को अंजाम दिया था। वह तीन-चार बार जेल जा चुका है। वर्ष 1994 में जब वह जेल में था, उस समय राजीव और संजय से उसकी भेंट हुई। तीन माह बाद जेल से छूटने पर वह फिर सिनेमा हॉल में काम करने लगा। बच्चा सिंह के चुनाव में राजीव ने अपने आदमी को उसके पास भेजा था। बच्चा सिंह जीत गए थे। कुंती सिंह के चुनाव में संजीव ने उसे धनबाद बुलाया था। इसके बाद वह घर चला गया।
बताया कि संजीव के साथ रंजय बराबर रहता था। उसकी हत्या के दो दिन बाद विधायक के निजी बॉडीगार्ड धनजी ने उसे मैंशन बुलाया। पांच फरवरी को वह मैंशन गया जहां संतोष और धनजी से बात हुई। धनजी, संतोष ने बताया कि रंजय की हत्या हो गई है, इसका बदला नीरज की हत्या कर लेना है। इसके लिए संतोष एवं विधायक जी शूटर पंकज के लगातार सम्पर्क में हैं। पंकज काम करने को तैयार है। धनजी, संतोष के साथ संजीव भी रंजय के श्रद्धकर्म में कैमूर गए थे। वहीं विधायक ने पंकज से बात की थी। नीरज की हत्या की साजिश रची गई। उस समय रंजय का भाई संजय भी वहीं था।
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