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    Chasnala Mine Accident: जिस खान हादसा पर फिल्म 'काला पत्थर' बनी थी वहां फिर मचा कोहराम, 1 की माैत

    By MritunjayEdited By:
    Updated: Sat, 23 May 2020 08:37 AM (IST)

    Accident in Chasanala हादसे की सूचना मिलने के बाद सैकड़ों की संख्या में लोग खदान के ऊपर पहुंच गए हैं। हादसे के विरोध में हंगामा किया। ...और पढ़ें

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    Chasnala Mine Accident: जिस खान हादसा पर फिल्म 'काला पत्थर' बनी थी वहां फिर मचा कोहराम, 1 की माैत

    धनबाद, जेएनएन। 41 साल पहले जिस चासनाला खदान में पानी का बांध टूटने से 375 मजदूरों की मौत पर काला पत्थर मूवी बनायी गयी थी, शुक्रवार को उसी भूमिगत खदान में 327 मीटर गहरायी में फिर हादसा हुआ। फर्क यह था कि इस बार पानी का बांध नहीं टूटा था बल्कि पानी की धार से कन्वेयर बेल्ट से कोयला को आगे बढ़ाने में एक ठेका मजदूर की जान चली गयी। I घटना द्वितीय पाली में रात करीब नाै बजे हुई। उस समय 70 से ज्यादा मजदूर काम कर रहे थे। हालांकि खदान के अंदर मजदूर घटनास्थल से दूर थे।

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    180 फीट गहरे बंकर (लोंगवाल की चिमनी) में ठेका मजदूर महताब गिर गया। उसके ऊपर कोयला गिरता रहा। उसे दौरान दो और ठेका मजदूर चोटिल हुए हैं। चार घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मजदूर की लाश को बाहर निकाला जा सका। इस दौरान खदान के मुख्य द्वारा सैकड़ों लोग जमा रहे। खूब नारेबाजी और हो हल्ला हुआ। घटना की सूचना जब खदान से बाहर आई तो उस समय अंदर में 70 से ज्यादा लोग काम कर रहे थे। इस कारण लोग चिंतित हो उठे। खदान में कार्यरत मजदूरों के परिजन पहुंच गए। हालांकि सभी मजदूर सुरक्षित थे और द्वितीय पाली का काम समाप्त करने के बाद खदान से बाहर निकले।

    सेल की चासनाला कोलियरी के डीप खान में रात नौ बजे दुर्घटना की सूचना आयी। तुरंत खदान के बाहर लोग इकट्ठा हो गये। क्या हुआ, किसी को मालूम नहीं। हंगामा शुरू हो गया। चासनाला कोलियरी के उप महाप्रबंधक (खनन) संजय कुमार, सुरक्षा अधिकारी के पी महतो, शिफ्ट प्रबंधक रवींद्र शर्मा एवं सर्वेयर प्रबंधक नीरज मिश्रा भी खदान में नीचे उतर गए। एक घंटा और गुजर गया मगर कोई सूचना नहीं आई। जिन लोगों के परिजन खदान के भीतर गए थे, उनका धैर्य जवाब देने लगा था। चार और मजदूर प्रसनजीत मंडल, नारायण बाउरी, उत्तम मंडल व प्रकाश नाग को खदान में उतारा गया। विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए धनबाद एसडीओ राज महेश्वरम, जिला खनन पदाधिकारी अजीत कुमार, सिंदरी डीएसपी राजेश कुमार, झरिया सीओ राजेश कुमार ने भी आकर संयम बरतने के लिए लोगों को समझाया।

    रात साढ़े 11 बजे दूसरी पाली में खदान में कार्यरत रहे शिफ्ट प्रबंधक राजीव पांडेय ने आकर लोगों को जानकारी दी कि सिर्फ एक आदमी की जान गई है। रात एक बजे चासनाला में रहने वाले ठेका मजदूर महताब की लाश खदान से बाहर निकाली जा सकी। बता दें कि खान में संवेदक कंपनी कोल माइनिंग डेवलपमेंट एंड कंपनी के अधीन महताब कार्यरत था।

    1975 में चासनाला खदान में भर गया था पानी

    1975 में चासनाला खदान में पानी भर जाने से हादसा हुआ था। पानी भर जाने के कारण 375 मजदूरों ने जलसमाधि ली थी। वह असाधारण घटना थी। शुक्रवार की रात घटना सामान्य थी। इस तरह की घटनाएं आम ताैर पर भूमिगत खदानों में घटती रहती हैं।

    डीजीएमएस ने बनाई दो सदस्यीय जांच कमेटी

    चासनाला खान हादसे की जांच के लिए खान सुरक्षा महानिदेशालय ने दो सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है। जांच टीम में निदेशक एमडी मिश्रा और एक उप निदेशक स्तर के अधिकारी शामिल हैं। टीम शनिवार सुबह चासनाला पहुंच कर जांच शुरू कर दी।