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    MDA Program: फाइलेरिया रोधी दवा खाकर डीसी ने किया मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम का शुभारंभ, 27 तक चलेगा

    By MritunjayEdited By:
    Updated: Mon, 22 Feb 2021 12:31 PM (IST)

    झारखंड के साहिबगंज बोकारो धनबाद और रामगढ़ में 22 से 27 फरवरी तक मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (MDA) कार्यक्रम चलेगा। इसके तहत लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा निश्शुल्क खिलाई जाएगी। एमडीए कार्यक्रम में 7104911 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

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    फाइलेरिया की दवा खाकर मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) कार्यक्रम का शुभारंभ करते उपायुक्त उमांशंकर सिंह ( फोटो जागरण)।

    धनबाद, जेएनएन। फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने के लिए धनबाद में मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ( MDA) प्रोग्राम का शुभारंभ हो गया है। इसका शुभारंभ सोमवार को उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने धनबाद सदर अस्पताल में किया। उन्होंने खुद फाइलेरिया रोधी दवा खाई। सिवल सर्जन गोपाल दास और अन्य चिकित्सकों ने भी फाइलेरिया की दवा ली। यह कार्यक्रम 27 फरवरी तक चलेगा। इस दाैरान पूरे जिले में दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं और गंभीर रूप से बीमार को छोड़कर सभी दो दवा दी जाएगी।

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    71 लाख लोगों को दवा देने का लक्ष्य

    झारखंड के साहिबगंज, बोकारो, धनबाद और रामगढ़ में 22 से 27 फरवरी तक मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (MDA) कार्यक्रम चलेगा। इसके तहत लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा निश्शुल्क खिलाई जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने रविवार को इस कार्यक्रम का ऑनलाइन शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिला और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को छोड़कर सभी लोगों को उम्र के अनुसार फाइलेरिया रोधी दवा की खुराक प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा खिलाई जाएगी।वेक्टर बोर्न डिजीज के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डा. एसएन झा ने कहा कि इस एमडीए कार्यक्रम में 71,04,911 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

    फाइलेरिया के लक्षण 

    बचपन में होने वाला यह फाइलेरिया संक्रमण लिम्फैटिक सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है, इससे व्यक्ति के अंगों में असामान्य सूजन होती है। फाइलेरिया से ग्रसित लोगों को भीषण दर्द और सामाजिक भेदभाव भी सहना पड़ता है, जिससे उनकी आजीविका व काम करने की क्षमता भी प्रभावित होती है। महिलाओं और बच्चों की तुलना में, पुरुषों में इस संक्रमण के होने की आशंका दोगुना होती है। इस ऑनलाइन कार्यक्रम से चारों जिलों के उपायुक्त व अन्य पदाधिकारी भी जुड़े थे।