पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की बीमारी लाइलाज, एमसीआइ ने मांगा जवाब Dhanbad News
पीएमसीएच में शिक्षकों (डॉक्टरों) की बहाली सहित अन्य कमियां को लेकर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने प्रबंधन को पत्र लिखा है। पत्र में एमसीआइ ने एक माह के कामकाज की जानकारी मांगी है।
धनबाद, जेएनएन। पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) धनबाद 50 वर्ष का हो चुका है। इसकी स्थापना 1969 में पटना में हुई थी। 1971 में धनबाद स्थानांतरित कर दिया गया। पचास साल बीत जाने के बाद भी पीएमसीएच की आधारभूत संरचना पूरी नहीं हो पाई है। नतीजतन,इसकी मान्यता पर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया(एमसीआइ) की तलवार हमेशा लटकी रहती है।
पीएमसीएच में शिक्षकों (डॉक्टरों) की बहाली सहित अन्य कमियां को लेकर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने प्रबंधन को पत्र लिखा है। पत्र में एमसीआइ ने एक माह के कामकाज की जानकारी मांगी है। इधर, अभी तक कोई कमियां पूरी नहीं होने पर पीएमसीएच प्रबंधन को भी जवाब देने में पसीने छूट रहे हैं। प्रबंधन ने इसकी सूचना मुख्यालय को दी है। अब मुख्यालय के स्तर से एमसीआइ के लिए जवाब निकाला जा रहा है। अब प्रबंधन इस माह के अंत तक का समय मांग रही है।
27 मई को दिल्ली गयी थी पीएमसीएच की टीमः पीएमसीएच की कमियों के बाबत एमसीआइ ने प्रबंधन को 27 मई को दिल्ली तबल किया था। इसमें प्रबंघन ने 15 जून तक शिक्षकों की कमी व अन्य कमियां दूर करने का समय लिया था। एमसीआइ ने इस पर चेतावनी के साथ एक माह का समय दिया था। अब एक माह हो गये हैं। एमसीआइ ने जानकारी लेना शुरू कर दिया है।
40 प्रतिशत कमी बरकरार, न प्रोफेसर मिले, न एसआरः पीएमसीएच में 20 जून 2018 को एमसीआइ की टीम ने प्रोफेसर, एसोसिएट, असिस्टेंट, सीनियर रेजिडेंट (एसआर), जूनियर रेजिडेंट (जेआर) व ट्यूटर के लगभग 33 प्रतिशत पद खाली पायी थे। अब यह कमियां 40 प्रतिशत हो गयी हैं। 3 व 4 जून को एसआर के पीएमसीएच सहित पांच मेडिकल कॉलेजों को लिए 315 पदों की बहाली थी, लेकिन इसमें मात्र 90 डॉक्टर ही आये थे। फिलहाल कोई भी नयी बहाली नहीं हो पायी है।
एमसीआइ ने एक माह में हुए कार्य की प्रगति मांगी है। तीनों बड़ी कमियों को लेकर सरकार गंभीर है। लेक्चरर थियेटर का आवंटन आने वाला है। नयी बहाली पक्रिया में है। ऑक्सीजन पाइप लाइन पर काम हो रहा है।
- डॉ शैलेंद्र कुमार, प्राचार्य, पीएमसीएच।
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