Unfair Love: हवस में अंधी मामी ने प्रेमी संग मिल भांजे की हत्या की, इस कारण दोनों हो गए थे बेहद खफा
मुकेश ने अपनी मामी और उसके प्रेमी को आपत्तिजनक हाल में देख लिया। यह देख दोनों खफा हो गए। मुकेश को पकड़कर गल घोंट दिया। उसकी मृत्यु होने के बाद कुएं में फेंक दिया। इस मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
गोड्डा, जेएनएन। मेहरमा के बलबड्डा थाना क्षेत्र के खट्टी गांव में प्रेम प्रसंग में बाधक बने एक 10 साल के बच्चे की हत्या कर दी गई। उसकी मामी ने प्रेमी के साथ मिलकर उसे मारकर कुएं में फेंक दिया। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अनुमंडल पुलिस अधिकारी केके सिंह ने बताया कि दोनों ने अपना जुर्म कबूल लिया है। पुलिस के सामने प्रीति पछता रही है। लेकिन अब पछताने का कोई फायदा नहीं है।
पति गया पंजाब में कमाने तो रिश्ते के देवर से हो गया प्रेम
ग्रामीणों ने बताया कि खट्टी गांव की प्रीति देवी का गांव के ही युवक 22 वर्षीय एनके कापरी से कई माह से प्रेम प्रसंग था। वह रिश्ते में प्रीति का देवर है। प्रीति का पति शादी के बाद ही पंजाब चल गया था, वहां वह मजदूरी करता है। इधर प्रीति के घर आठ माह पहले पीरपैंती प्रखंड के गोपालपुर गांव का रहने वाला 10 वर्षीय मुकेश कुमार यादव आ गया। वह प्रीति का भांजा था व यहां रहकर ही पढ़ाई कर रहा था। उसने कई बार दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देखा। इस बात की जानकारी उसने नाना को दी थी। नतीजा कई बार प्रीति व ससुर नवीन कापरी में कहासुनी हुई। मामला बलबड्डा थाना भी पहुंचा था। हालोंकि वहां समझा बुझाकर दोनों को छोड़ दिया गया।
आपत्तिजनक हाल में मुकेश ने देखा तो दोनों ने उसकी कर दी हत्या
शनिवार को मुकेश ने फिर दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। बस दोनों ने मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। गांव के बाहर पिपरा बांध स्थित सिंचाई कूप में फेंक दिया। शाम को नवीन कापरी घर पहुंचे तो नाती को घर में नहीं देख परेशान हो गए। खोजबीन की। उसके माता-पिता को सूचना दी गई। बच्चे का पता नहीं चलने पर रविवार की सुबह थाना में शिकायत की। संदेह के आधार पर प्रेमी युगल को पूछताछ के लिए थाना लाया गया। पुलिस सख्त हुई तो तो दोनों टूट गए। अपना गुनाह स्वीकार कर लिया। बताया कि उसे मारकर कुएं में फेंक दिया है। पुलिस ने शव को कुएं से निकालकर अंत्य परीक्षण को भेज दिया है। घटना से गांव के लोगों में गहरा आक्रोश है।