IRCTC Online Ticket Booking: ऑनलाइन टिकट बुकिंग में 'नो फूड' का ऑप्शन गायब, सफर पर महंगाई का तड़का
वंदे भारत और शताब्दी एक्सप्रेस में ऑनलाइन टिकट बुकिंग में भोजन अनिवार्य कर दिया गया है। आईआरसीटीसी ने 'नो फूड' विकल्प हटा दिया है, जिससे यात्रियों को 300-400 रुपये अतिरिक्त देने पड़ रहे हैं। रेलवे काउंटर पर यह सुविधा अभी भी उपलब्ध है। इस बदलाव से यात्रियों में नाराजगी है, क्योंकि इससे यात्रा महंगी हो गई है।

ऑनलाइन टिकट बुकिंग में खाना अनिवार्य, सफर पर महंगाई का तड़का
जागरण संवाददाता, धनबाद। वंदे भारत और शताब्दी एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनों में खान-पान की नई व्यवस्था ने यात्रियों को हैरान कर दिया है। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन- आईआरसीटीसी ने चुपके से इन ट्रेनों की ऑनलाइन टिकट बुकिंग से नो फूड ऑप्शन को हटा दिया है। ऑनलाइन टिकट बुकिंग में भोजन लेना अनिवार्य हो जाने से यात्रियों की मुश्किल बढ़ गई है।
इससे न चाह कर भी यात्रियों को खान-पान सेवा लेनी पड़ रही है और 300 से 400 रुपये तक अतिरिक्त शुल्क चुकाना पड़ रहा है। पहले ऑनलाइन बुकिंग पर नो फूड ऑप्शन की सुविधा मिलती थी। इससे यात्री अपनी मर्जी से खान-पान लेने या न लेने का विकल्प चुन सकते थे।
अब कम दूरी की यात्रा के लिए भोजन लेना पड़ रहा है। यात्रियों को ऑनलाइन बुकिंग के दौरान वेज, नॉन वेज, वेज डायबिटिक, नॉन वेज डायबिटिक और जैन मील जैसे विकल्प मिल रहे हैं। पूर्व रेल के सीपीआरओ का कहना है कि ऑनलाइन बुकिंग के विषय में आईआरसीटीसी के अधिकारी ही कुछ कह सकते हैं।

काउंटर से बुकिंग पर पहले की तरह सुविधा, कम कट रही जेब
रेलवे काउंटर से टिकट बुक करने पर खान-पान का विकल्प न चुनने की सुविधा पहले की तरह ही उपलब्ध है। काउंटर से बिना खान-पान सेवा के हावड़ा से धनबाद तक वंदे भारत का 690 रुपये तथा शताब्दी एक्सप्रेस में 545 से 690 रुपये चुकाने पड़ते हैं। धनबाद से हावड़ा के लिए शताब्दी में 545 से 690 रुपये तो वंदे भारत का किराया 690 रुपये है।
ऑनलाइन बुकिंग कराने पर धनबाद से हावड़ा तक वंदे भारत का खान-पान सहित किराया 995 रुपये तथा आईआरसीटीसी के सेवा शुल्क के रूप में लगभग 36 रुपये अतिरिक्त वसूला जाता है। यानी कुल किराया 1031 रुपये की वसूली हो रही है। शताब्दी एक्सप्रेस में हावड़ा से धनबाद तक खान-पान समेत किराया 775 एवं सेवा शुल्क 36 रुपये मिला कर 811 रुपये लिए जा रहे हैं।
बीबीएमकेयू के बांग्ला प्राध्यापक ने लिखा, खान-पान की अनिवार्यता से यात्रा महंगी
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय बीबीएमकेयू के बांग्ला विभाग के प्राध्यापक डा. जय गोपाल मंडल ने अपनी पीड़ा इंटरनेट मीडिया पर शेयर की। वंदे भारत और शताब्दी एक्सप्रेस का टिकट साझा कर लिखा रेलवे के टिकट पर खान-पान सेवा को गुपचुप तरीके से अनिवार्य कर दिया गया।
इससे टिकट का मूल्य बढ़ गया। वंदे भारत से धनबाद से हावड़ा 745 रुपये में पहुंचते थे। अब भोजन के कारण लगभग 300 रुपये किराया महंगा हो गया। हावड़ा से धनबाद 545 से 635 रुपये तक यात्रा करते थे। कैटरिंग अनिवार्य होने का इसका भी किराया बढ़ गया।
| रूट | क्लास | शुल्क (₹) | 
|---|---|---|
| धनबाद से हावड़ा | चेयर कार | 308 | 
| एग्जीक्यूटिव क्लास | 369 | |
| हावड़ा से धनबाद | चेयर कार | 142 | 
| एग्जीक्यूटिव क्लास | 175 | |
| धनबाद से गया | चेयर कार | 349 | 
| एग्जीक्यूटिव क्लास | 404 | |
| गया से धनबाद | चेयर कार | 86 | 
| एग्जीक्यूटिव क्लास | 125 | |
| टाटा से गोमो | चेयर कार | 142 | 
| एग्जीक्यूटिव क्लास | 175 | |
| गोमो से टाटा | चेयर कार | 308 | 
| एग्जीक्यूटिव क्लास | 369 | 
| रूट | क्लास | शुल्क (₹) | 
|---|---|---|
| धनबाद से हावड़ा | एसी चेयर कार | 275 | 
| एग्जीक्यूटिव क्लास | 385 | |
| हावड़ा से धनबाद | एसी चेयर कार | 125 | 
| एग्जीक्यूटिव क्लास | 175 | |
| धनबाद से रांची | एसी चेयर कार | 185 | 
| एग्जीक्यूटिव क्लास | 245 | |
| रांची से धनबाद | एसी चेयर कार | 90 | 
| एग्जीक्यूटिव क्लास | 140 | 

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