रियल लाइफ में नजर आई मक्खी फिल्म की कहानी, आठ गांवों के लोगों को न खाने दे रहे, न सोने, जान बचाने को CM से लगाई गुहार
गांव निवासी महावीर झारखंडी ने मुख्यमंत्री को ट्वीट किया है कि धनबाद जिला बाघमारा प्रखंड के नगरीकला उत्तर पंचायत के आठ गांव के ग्रामीण पिछले कई महीनों से मक्खीयों के आतंक से परेशान हैं। घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। मदद कीजिए दादा।

जागरण संवाददाता, धनबाद: बाघमारा प्रखंड का नगरीकला उत्तर पंचायत के आठ गांव के लगभग 12 हजार ग्रामीण इन दिनों मक्खियों से परेशान हैं। खाना-पीना, नहाना धोना, यहां तक की रात में सोना भी दुश्वार हो गया है। जैसे ही नींद आती है मक्खियां भिनभिनाने लगती हैं। खाना खाने बैठे तो कभी दाल तो कभी सब्जी में मक्खी गिर जाती है। घर की छत से लेकर फर्श तक मक्खियों का अंबार लगा हुआ है।
हजारों ग्रामीण हैरान-परेशान हैं। प्रदर्शन करके भी देख लिया, समस्या का समाधान नहीं निकल रहा है। मक्खी न हुई जी का जंजाल हो गई है। स्थानीय प्रशासन से मदद मिलती न देख ग्रामीणों ने अब सीधे मुख्यमंत्री से मक्खियों से निजात दिलाने की गुहार लगाई है। गांव निवासी महावीर झारखंडी ने मुख्यमंत्री को ट्वीट किया है कि धनबाद जिला बाघमारा प्रखंड के नगरीकला उत्तर पंचायत के आठ गांव के ग्रामीण पिछले कई महीनों से मक्खीयों के आतंक से परेशान हैं। घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। कई सूचना के बावजूद भी आज तक कार्रवाई नहीं हो पाई है। मदद कीजिए दादा।
दरअसल, नगरीकला उत्तर पंचायत के पहाड़ीधार के समीप हैचरी (अंडा फैक्ट्री) की वजह से मक्खियों का प्रकोप तेजी से बढ़ा है। लोगों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है। दो-तीन दिन पहले यहां के ग्रामीणों ने प्रदर्शन भी किया था। निर्वतमान मुखिया मीना देवी, पूर्व पंचायत सदस्य फुलेश्वरी देवी ने बताया कि मक्खियों की वजह से गांव के लोग गंभीर बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं। अंडा फैक्ट्री में लगभग 30 हजार मुर्गियां हैं। हर दिन अंडा उत्पादन होता है। इसकी वजह से मक्खियों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। अंडा फैक्ट्री की वजह से घर-आंगन, छत, दरवाजे, रसोईघर, स्नानघर, हर जगह मक्खियां ही मक्खियां नजर आ रही हैं। दुर्गंध और मक्खियों के बढ़ते प्रकोप से गांव का हर सदस्य प्रभावित है।
यही स्थिति बनी रही तो ग्रामीण उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। मक्खियों से परेशान अंजू देवी, बेलिया, सीता, प्रतिभा, सावित्री, अष्टमी, अनीता, आशा, पुनिया, नमिता और सरस्वती देवी ने भी यही बात दोहराई। इस मामले में फैक्टरी संचालक नारायण महतो का कहना है कि फैक्ट्री में डालने वाला केमिकल नहीं मिल रहा है। इस वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई है। केमिकल मिलते ही छिड़काव किया जाएगा। जल्द ही यह समस्या दूर हो जाएगी।
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