जगरण संवाददाता, धनबाद। धनबाद नगर निगम (DMC) कार्यालय के सामने स्थापित महाकवि विद्यापति की प्रतिमा को असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया। घटना के 24 घंटे बीत जाने के बावजूद धनबाद पुलिस की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
शुक्रवार को प्रतिमा क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिलते ही मौके पर स्थानीय नागरिकों की भीड़ जुट गई। मामले की जानकारी मिलने पर जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि अज्ञात असामाजिक तत्वों ने प्रतिमा के हाथ को तोड़कर फेंक दिया है। घटनास्थल से शराब की बोतलें भी बरामद हुई हैं, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि नशे की हालत में इस कृत्य को अंजाम दिया गया।
गौरतलब है कि कुछ माह पूर्व ही कवि विद्यापति की इस प्रतिमा का विधिवत उद्घाटन किया गया था। विद्यापति (1352–1448 ई.) मैथिली और संस्कृत के महान कवि, संगीतकार और विद्वान थे। उन्हें ‘मैथिल कवि कोकिल’ के नाम से जाना जाता है। उनकी रचनाओं का प्रभाव केवल मैथिली तक सीमित नहीं, बल्कि पूर्वी भारत की कई साहित्यिक परंपराओं पर पड़ा है।
प्रतिमा तोड़े जाने की घटना को लेकर लोगों ने दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी और प्रतिमा की मरम्मत की मांग की है।
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