Dhanbad News: 'कोई तो मुझे मेरे साले से मिला दे', लापता मैकेनिक को ढूंढता रहा जीजा
बलियापुर के राहुल रवानी भूधंसान के बाद लापता हैं जिससे परिवार सदमे में है। परिजनों को घटनास्थल पर जानकारी नहीं दी गई और पुलिस द्वारा कोयला चोर का शव दिखाने पर गुस्सा भड़क गया। कुंतल रवानी और अमर रवानी न्याय के लिए भटक रहे हैं। परिजनों को घटनास्थल पर जाने से रोका गया। परिजनों ने कंपनी के अधिकारियों पर जानकारी छिपाने का आरोप लगाया।

जागरण संवाददाता, कतरास। बलियापुर के रहने वाले राहुल रवानी के अचानक लापता हो जाने से उनका परिवार गहरे सदमे में है। भूधंसान की सूचना मिलने के बाद स्वजन घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन उन्हें कोई भी जानकारी नहीं दी गई।
इस बीच पुलिस द्वारा एक कोयला चोर का शव दिखाकर उसे राहुल बताने की कोशिश करने से स्वजनों का गुस्सा और भड़क गया। राहुल के जीजा कुंतल रवानी और बड़े भाई अमर रवानी न्याय और जानकारी की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं।
सुबह से बंद था मोबाइल, परिजनों को मिली हादसे की सूचना
कुंतल रवानी ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे फोन उसकी पत्नी ने फोन किया तो फोन कोई नहीं उठाया, करीब 11 बजे से उनके साले राहुल रवानी का मोबाइल फोन बंद आ रहा था।
राहुल की पत्नी और उनके पिता श्रीकांत रवानी ने जब उनके दोस्तों और सहकर्मियों से संपर्क किया, तब उन्हें कतरास में हुए हादसे की जानकारी मिली। सूचना मिलते ही कुंतल रवानी और राहुल के बड़े भाई अमर रवानी तुरंत मौके पर पहुंचे।
उन्होंने वहां मौजूद आउटसोर्सिंग कंपनी के अधिकारियों से राहुल के बारे में जानकारी लेनी चाही, लेकिन किसी ने भी कुछ बताने से साफ इनकार कर दिया। कुंतल के अनुसार, सुबह से राहुल का फोन बंद है। हमलोग बहुत परेशान हैं, लेकिन कोई भी हमें कुछ बताने को तैयार नहीं है। राहुल की क्या स्थिति है, यह प्रबंधन ही बताए।
घटनास्थल से दो किलोमीटर पहले ही सीआईएसएफ ने रोका
राहुल के परिजन जानकारी पाने के लिए इतने बेचैन थे कि वे घटनास्थल तक जाना चाहते थे, लेकिन उन्हें दो किलोमीटर पहले ही सीआईएसएफ द्वारा रोक दिया गया।
इस पर कुंतल ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा, हम दर-दर भटक रहे हैं, कोई कुछ नहीं बता रहा है। हमें घटनास्थल तक भी जाने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राहुल वहां गाड़ियों के मैकेनिक का काम करते थे।
दबाव बनाने पर पुलिस ने दिखाया कोयला चोर का शव : देर शाम राहुल के भाई और जीजा कुंतल मां अंबे माइनिंग आउटसोर्सिंग के कार्यालय पहुंचे।
वहां उन्होंने कंपनी के अधिकारियों के मोबाइल फोन रिसीव न करने और जानकारी छिपाने को लेकर जमकर हंगामा किया। उन्होंने गुस्से में कहा कि हम सिर्फ इतना जानना चाहते हैं कि राहुल जीवित है या नहीं। हमें जानकारी चाहिए।
कुंतल रवानी ने बताया कि जब उन्होंने पुलिस और प्रबंधन पर राहुल के बारे में जानकारी देने का दबाव बनाया, तो पुलिस ने एक कोयला चोर का शव दिखाकर उनसे पूछा, यही है राहुल, है न? इस पर राहुल के स्वजनों का गुस्सा और भड़क उठा और उन्होंने जमकर हंगामा किया। किसी तरह पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर घर वापस भेजा।
स्थानीय लोगों का मानना है कि ठेका कर्मियों के शव मलबे में इस हद तक दब चुके हैं कि उन्हें निकालना नामुमकिन है। इसलिए पुलिस प्रशासन अवैध खनन में लगे मजदूरों की शिनाख्त ठेका कर्मियों के रूप में करके मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहा है।
फिलहाल राहुल रवानी के स्वजन अनिश्चितता और तनाव के माहौल में उनके सुरक्षित वापस आने की उम्मीद कर रहे हैं।
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