केंदुआडीह गैस रिसाव: अस्पताल से राहत शिविर तक अलर्ट मोड में प्रशासन और BCCL प्रबंधन, 24 घंटे एंबुलेंस व डॉक्टर तैनात
केंदुआडीह गैस रिसाव मामले में जिला प्रशासन और बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा राहत एवं बचाव कार्य जारी है। गैस रिसाव क्षेत्र में लगभग 90 लोग प्रभावित हुए हैं, ...और पढ़ें

केंदुआडीह गैस रिसाव
संवाद सहयोगी,पुटकी/कतरास। केंदुआडीह गैस रिसाव मामले में जिला प्रशासन और बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है। गैस रिसाव क्षेत्र में अब तक करीब 90 लोग गैस की चपेट में आ चुके हैं। जिनमें से अधिकांश को बीसीसीएल द्वारा दवाई व इलाज उपलब्ध कराई गई।
आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाओं के तहत कुस्तौर क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुल 50 लोगों का इलाज किया गया। इलाजरत मरीजों में दो सीआईएसएफ जवान क्रमश: कांस्टेबल सोहेब खान और हवलदार हीरालाल शर्मा के अलावा एंबुलेंस चालक गुड्डू तुरी शामिल थे। जो ड्यूटी के दौरान गैस की चपेट में आ गए थे।
50 मरीजों में से 47 सीधे तौर पर गैस प्रभावित
तीनों को उपचार के बाद बुधवार को अस्पताल से छुट्टी दे दिया गया। अस्पताल प्रशासन के अनुसार भर्ती 50 मरीजों में से 47 सीधे तौर पर गैस प्रभावित इलाके के थे, इसके अलावा, छह मरीजों को बेहतर इलाज के लिए केंद्रीय अस्पताल जगजीवन नगर धनबाद रेफर किया गया था।
यह आंकड़ा केवल सरकारी रिकॉर्ड का है, जबकि कई पीड़ितों ने निजी अस्पतालों में भी इलाज कराया है। कुस्तौर क्षेत्र के एक अधिकारी ने बताया कि आपात स्थिति को देखते हुए एक ही दिन में महज चार घंटे के भीतर 30 बेड का मरीजों के लिए तैयार किया गया था। जिसमें सभी बेड पर आक्सीजन सिलेंडर की सुविधा उपलब्ध कराई गई।
महिला एवं पुरुष वार्ड अलग-अलग
महिला एवं पुरुष वार्ड अलग-अलग बनाए गए हैं। उन्होंने इसे बीसीसीएल की एक बड़ी उपलब्धि बताया। साथ ही यह भी जानकारी दी कि तीन शिफ्टों में चिकित्सक की पूरी टीम तैनात है। क्षेत्रीय अस्पताल में इलाज एरिया मेडिकल आफिसर डॉ. शशि कुमार रवि के नेतृत्व में किया जा रहा है।
डॉ. रवि ने बताया कि मरीजों को बेहतर से बेहतर उपचार उपलब्ध कराने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। इधर, हिंदी भवन के सामने छह दिसंबर से संचालित राहत शिविर में भी प्रतिदिन स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जहां रोजाना औसतन 35 लोगों की जांच की जा रही है।
आवश्यक दवाइयां और 24 घंटे एंबुलेंस सेवा उपलब्ध
राहत शिविर और अस्पताल दोनों ही स्थानों पर चिकित्सकोंं की टीम, आवश्यक दवाइयां और 24 घंटे एंबुलेंस सेवा उपलब्ध है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तत्काल निपटा जा सके। वही हिंदी भवन के समीप संचालित राहत शिविर में लगाए स्वास्थ कैंप में बुधवार को कुल 14 लोगों की स्वास्थ्य जांच कर उन्हें आवश्यक दवाइयां दी गईं। जांच कराने वालों में 11 पुरुष एवं तीन महिलाएं शामिल थीं।
शिविर में डॉ. अनुराग कुमार मोदी, डॉ. शिव कुमार, सिस्टर शारदा महतो, सत्यनारायण राम आदि स्वास्थ्यकर्मी तैनात रहे। स्वास्थ्य टीम ने बताया कि अब शिविर में आने वाले मरीजों की संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है। अधिकांश लोग अब गैस रिसाव से प्रभावित होने की बजाय सामान्य बीमारियों की शिकायत लेकर जांच के लिए पहुंच रहे हैं।

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