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HURL Sindri Unit के नए ग्रुप जीएम कामेश्वर झा ने संभाला कार्यभार, जानें कब से शुरू होगा यूरिया उत्पादन

HURL Sindri के नए ग्रुप जीएम के रूप में कामेश्वर झा ने कार्यभार संभाल लिया है। झा एनआइटी दुर्गापुर से 1986 में मेकेनिकल इंजिनियरिंग के पासआउट हैं। सिंदरी में जीजीएम बनाए जाने से पहले झा एनटीपीसी के दर्ली पल्ली उड़िसा थर्मल पावर संयत्र में जीएम के पद पर तैनात थे।

By MritunjayEdited By: Published: Thu, 14 Oct 2021 10:02 PM (IST)Updated: Fri, 15 Oct 2021 06:30 AM (IST)
HURL Sindri Unit के नए ग्रुप जीएम कामेश्वर झा ने संभाला कार्यभार, जानें कब से शुरू होगा यूरिया उत्पादन
हर्ल सिंदरी के नए ग्रुप जीएम कामेश्वर झा ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, सिंदरी। हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड ( HURL) सिंदरी इकाई के नए ग्रुप महाप्रबंधक कामेश्वर झा ने गुरुवार को कार्यभार संभाल लिया। उन्होंने सिंदरी स्थित कार्यालय में निवर्तमान जीएम हिम्मत सिंह चाैहान से पदभार ग्रहण किया। इस माैके पर उन्होंने निर्माणाधीन प्लांट के अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। इस दाैरान कहा कि फरवरी 2022 तक प्लांट में यूरिया उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। उम्मीद  करते हैं कि लक्ष्य के अनुसार प्लांट में यूरिया का उत्पादन शुरू हो जाएगा।

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एनआइटी दुर्गापुर के पासआउट स्टूडेंट कामेश्वर झा

कामेश्वर झा एनआइटी दुर्गापुर से 1986 में मेकेनिकल इंजिनियरिंग के पासआउट हैं। सिंदरी में जीजीएम बनाए जाने से पहले झा एनटीपीसी के दर्ली पल्ली उड़िसा थर्मल पावर संयत्र में जीएम के पद पर तैनात थे। हर्ल के एमडी अरुण कुमार गुप्ता ने सिंदरी प्रवास में बताया था कि कामेश्वर झा को हर्ल के प्रमोटरों ने हर्ल सिंदरी का जीजीएम बनाया है।एमडी ने कहा था कि कामेश्वर झा एनटीपीसी के तेज तर्रार अधिकारी माने जाते रहे हैं और काफी कार्यकुशल और मिलनसार हैं। इनके कार्यकाल में हर्ल सिंदरी के उर्वरक संयंत्र का निर्माण कार्य तेजी से होगा। एमडी ने निवर्तमान जेनेरल मैनेजर हिम्मत सिंह चौहान को भी काफी कुशल बताया और कहा कि निर्विवाद रुप से हिम्मत सिंह चौहान ने हर्ल के सिंदरी उर्वरक संयंत्र का निर्माण कार्य को बखूबी अंजाम दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था शिलान्यास, अब करेंगे उद्घाटन

हर्ल की सिंदरी इकाई का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मई, 2018 को किया था। इसके बाद तेजी से प्लांट का निर्माण हो रहा है। हालांकि कोरोना के कारण बीच में काम बाधित हो गया था। अब तेजी से काम हो रहा है। मार्च, 2022 से प्लांट में यूरिया का व्यवसायिक उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। प्लांट का उद्घाटन करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंदरी आ सकते हैं। इस प्लांट में उत्पादन शुरू होने के बाद झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में बहुत हद कर यूरिया का संकट दूर हो जाएगा। 


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