Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    झारखंड के माओवादियों का सामने आया एक बड़ा राज, जानें-किस माडल के AK-47 का करते इस्तेमाल

    By MritunjayEdited By:
    Updated: Thu, 03 Feb 2022 06:29 AM (IST)

    Jharkhand Maoists Top Secret झारखंड के माओवादियों का एक बड़ा राज सामने आ गया है। यह राज उनके हथियार को लेकर है। माओवादी जो एक-47 और अन्य खतरनाक हथियार लेकर चलते हैं उसकी सच्चाई सामने आई है। वह नकली हथियारों का भी इस्तेमाल करते हैं।

    Hero Image
    अपने दस्ते को हथियार चलाने का प्रशिक्षण देता गिरिडीह का माओवादी ( प्रतीकात्मक फोटो)।

    प्रमोद चौधरी, गिरिडीह। सुरक्षा बलों की कार्रवाई से अपने प्रभाव क्षेत्र से बेदखल हो रहे माओवादी अब नकली एके-47 भी रख रहे हैं। ताकि खौफ कायम रहे। यह राज दो दिन पूर्व बसमत्ता जंगल से गिरफ्तार तीन माओवादियों की गिरफ्तारी से उजागर हुआ। माओवादी राजू मुर्मू के पास नकली एके-47 थी, विजय सोरेन व अजीत सोरेन के पास कट्टा व कारतूस मिले। तीनों हार्डकोर कृष्णा हांसदा दस्ते के सदस्य हैं। इस दस्ते ने ही 21 से 26 जनवरी के बीच चल रहे प्रतिरोध दिवस के दौरान मधुबन व खुखरा में दो मोबाइल टावर व डुमरी थाना क्षेत्र में एक पुल उड़ाया। 27 जनवरी को बिहार-झारखंड बंद के दौरान चिचाकी के पास ग्रैंडकार्ड रेल लाइन पर विस्फोट किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मनियाडीह में टावर उड़ाने की थी साजिश

    इन नक्सलियों की गिरफ्तारी नहीं होती तो मनियाडीह में ये मोबाइल टावर उड़ा देते। इसकी साजिश तैयार हो गई थी। एसपी अमित कुमार रेणु को मिले इनपुट पर तीनों को दबोच लिया गया। प्राथमिकी में उल्लेख है कि नकली एके-47 राजू मुर्मू से पुलिस ने बरामद की। बसमत्ता जंगल से पकड़े गए इन तीनों का एक साथी भी था। जो पुलिस की भनक पाकर भाग निकला था। पुलिस को पूछताछ में तीनों ने साथी का नाम देवीलाल बताया है। नकली हथियार का प्रयोग कर ये सभी लेवी वसूलते थे। एक पहलू यह भी है कि इन माओवादियों की एक दूसरी विंग गांव गांव जाकर नुक्कड़ नाटक करती है। उन नाटकों में भी ऐसे नकली हथियार प्रयोग किए जाते हैं। आशंका जताई जा रही है कि राजू संभवत: ऐसी विंग का ही सदस्य है।

    दो और संदिग्ध उठाए गए

    गिरिडीह पुलिस ने सोमवार की रात तीन संदिग्ध को मधुबन से उठाया। एक को पूछताछ के बाद छोड़ दिया। अन्य दोनों को माओवादी होने के शक में हिरासत में रखा गया है।

    पुलिस ने की तगड़ी चोट

    माओवादियों ने जनवरी में प्रतिरोध दिवस मनाने के साथ बिहार झारखंड बंद किया था। इस दौरान माओवादियों ने चार विस्फोट कर दो टावर, एक पुल व रेलवे लाइन को क्षति पहुंचाई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि माओवादियों को भी बड़ी चोट दी गई। माओवादी नूर मोहम्मद, शमशेर, रूपलाल मुर्मू, विजय, अजीत व राजू को गिरफ्तार किया। दो संदिग्ध भी धराए हैं।

    लगातार माओवादियों के खिलाफ सर्च अभियान चल रहा है। कई माओवादी आम्र्स के साथ गिरफ्तार हुए हैं। बसमत्ता जंगल से गिरफ्तार तीन नक्सलियों के पास तमंचे, कारतूस व नकली एके-47 मिली। माओवादी नकली हथियार भय पैदा करने के लिए रख रहे हैं।

    -अमित रेणु, एसपी, गिरिडीह