Jharkhand का विकास क्यों रह गया पीछे? विधानसभा अध्यक्ष ने गिनाए ठोस कारण
Rabindra Nath Mahato: झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ने राज्य के विकास में पिछड़ने के कारणों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बुनियादी ढांचे की कमी, शिक्षा और स्वास् ...और पढ़ें

झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रविंद्रनाथ महतो। (फोटो जागरण)
जागरण संवाददाता, धनबाद। बिहार का विभाजन कर 15 नवंबर 2000 को झारखंड अलग राज्य के रूप में अस्तित्व में आया। राज्य के प्रारंभिक काल में राजनीतिक अस्थिरता का दौर रहा, जिसके कारण अपेक्षित विकास नहीं हो सका। बाद के वर्षों में राजनीतिक स्थिरता आई और विकास में बदलाव देखने को मिला। ये बातें झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रविंद्रनाथ महतो ने शनिवार को धनसार स्थित होटल रेडिसन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहीं।

उन्होंने कहा कि राज्य गठन से पहले संथाल परगना और छोटानागपुर क्षेत्र उपेक्षित थे। सड़कों और पुल-पुलियों का अभाव था, लेकिन अब विकास में बदलाव साफ नजर आ रहा है। हालांकि 25 वर्षों में राज्य का विकास अभी भी अपेक्षित स्तर तक नहीं पहुंच सका है। झारखंड को देश के सर्वोच्च राज्यों की श्रेणी में ले जाने का लक्ष्य है।

ग्रामीण विकास विभाग की मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना बंद होने के बाद राज्य सरकार ने अबुआ आवास योजना शुरू की है। इस योजना के तहत आज ग्रामीण क्षेत्रों के कई परिवारों को आवास का लाभ मिल रहा है।
कार्यक्रम में विधायक अरूप चटर्जी, विधायक चंद्रदेव महतो, चैनल के एमडी राकेश ओझा एवं उनकी धर्मपत्नी मेधा ओझा, स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व मंत्री अमर बाउरी, पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख, सांसद ढुलू महतो, धनबाद विधायक राज सिन्हा, सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो, बाघमारा विधायक शत्रुघ्न महतो, डुमरी विधायक जयराम महतो तथा जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

इस अवसर पर नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद एवं कलाकार मनोज तिवारी ने एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुति देकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

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