Jharia Result: झरिया में BJP ने मारी बाजी, लहरों के बावजूद इन कारणों से पीछे रह गईं पूर्णिमा नीरज सिंह
Jharia sabha Chunav Result झरिया विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की लड़ाई रही। कांग्रेस से पूर्णिमा नीरज सिंह और भाजपा से रागिनी सिंह मैदान में थीं। जेएलकेएम के प्रत्याशी रुस्तम अंसारी इस लड़ाई को त्रिकोणीय बना रहे थे। आखिरकार रागिनी सिंह ने मुकाबला जीत लिया। रागिनी ने 14511 मतों से भाजपा को इस सीट पर जीत दिलाई।

डिजिटल डेस्क, धनबाद। सुबह साढ़े नौ बजे पहले राउंड की गिनती होने के बाद झरिया से भाजपा प्रत्याशी रागिनी सिंह ने जो लीड ली तो फिर अंतिम राउंड तक अपनी प्रतिद्वंदी कांग्रेस की प्रत्याशी पूर्णिमा नीरज सिंह को आसपास भी आने नहीं दिया। पहले राउंड में रागिनी सिंह ने 2019 मतों से बढ़त ले ली।
इसके बाद हर राउंड में मत बढ़ते रहे और 17 राउंड तक जीत का अंतर 14 हजार से अधिक हो गया। धनबाद की सबसे चर्चित झरिया विधानसभा सीट एक बार फिर से भाजपा के खाते में चली गई।
भाजपा के पूर्व विधायक संजीव सिंह के जेल जाने के बाद उनकी पत्नी रागिनी सिंह पर भाजपा ने भरोसा जताते हुए टिकट दिया और रागिनी ने भी 14,511 मतों से जीत हासिल कर झरिया में भाजपा का परचम लहराया।
दो घरानों सिंह मेंशन से रागिनी की जीत हुई और रघुकुल से कांग्रेस की वर्तमान विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह को हार का मुंह देखना पड़ा। एंटी इनकंबेंसी (सत्ता विरोधी लहर), भाजपा के बड़े केंद्रीय नेताओं का झरिया में कैंप, वोटों का ध्रुवीकरण, घुसपैठ और हिंदुत्व के नाम वोट मांगना, यह सब झरिया विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में गया।
हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण, मुस्लिम मतों में भी नहीं हुआ बिखराव
विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की चर्चित सीटों में से एक शामिल झरिया में भाजपा के केंद्रीय नेताओं का कैंप करना रागिनी सिंह के पक्ष में गया। गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने चुनावी सभा की।
सभी ने घुसपैठ, हिंदुत्व, भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर वोट मांगा। एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे का भी नारा दिया। इसका असर भी दिखा। हिंदू मतदाताओं का रुख भाजपा की ओर हुआ। रही सही कसर चिराग पासवान ने पूरी की।
उन्होंने एक बड़े वोट बैंक को साधा। कांग्रेस की पूर्णिमा नीरज सिंह के पक्ष में झामुमो की नेत्री कल्पना सोरेन और राजद के नेता तेजस्वी यादव ने सभा की। इसका असर यह हुआ कि मुस्लिम मतदाताओं का एकतरफा झुकाव कांग्रेस की ओर रहा।
भाजपा का वोट शेयर बढ़कर 51.47, कांग्रेस का घट कर हुआ 42.97 प्रतिशत
भाजपा की रागिनी सिंह को कुल 87,892 और कांग्रेस की पूर्णिमा नीरज सिंह को 73,381 वोट मिला। इस परिणाम में भाजपा का कुल वोट शेयर 51.47 प्रतिशत और कांग्रेस का 42.97 प्रतिशत रहा।
2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी पूर्णिमा नीरज सिंह को 50.34 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 79,786 और भाजपा की रागिनी सिंह को 42.73 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 67,732 वोट मिला था।
इस बार रागिनी सिंह को 524 पोस्टल और पूर्णिमा सिंह को 546 पोस्टल वोट भी मिला। तीसरे स्थान पर रहे जेएलकेएम के प्रत्याशी रुस्तम अंसारी को 2.96 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 5060 वोट मिला। झरिया विधानसभा में आठ प्रत्याशी ऐसे थे, जिन्हें नोटा से भी कम मत मिला।
झरिया विधानसभा में नोटा में ही 1,908 वोट पड़ा। इससे कम अनिल बाउरी को 545, सूरज सिंह 224, सुनील कुमार गुप्ता 163, शहजादी खातून 162, जहीरुद्दीन खान को 126, लुकमान अंसारी 95 व इंद्रजीत सिंह को 92 वोट मिला। महत्वपूर्ण यह भी है कि नोटा को 20 मत पोस्टल से भी मिले।
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