JEE Advanced Result 2020 Jharkhand Topper: सोशल मीडिया से दूरी बना अनुष्का ने लिखी सफलता की कहानी, 177 ऑल इंडिया रैंक के साथ झारखंड टॉपर
आइआइटी बांबे से कंप्यूटर साइंस ब्रांच लेकर इंजीनियरिंग करना है। अनुष्का को उम्मीद है इस रैंक पर उन्हें आइआइटी बांबे का कोर ब्रांच मिल जाएगा। इसके बाद यूपीएससी करने की ख्वाहिश है। यहां तक पहुंचाने में आइएसएम के पूर्व छात्र और मेंटर अजयवीर सिंह सर का काफी योगदान रहा।
धनबाद, जेएनएन। JEE Advance Result 2020 Jharkhand Topper ऐसा बहुत कम होता है कि पहले ही प्रयास में कोई विद्यार्थी एक बार डिस्ट्रिक्ट टॉपर और लगातार दो बार स्टेट टॉपर बन जाए। झाड़ूडीह की अनुष्का ने कुछ ऐसा ही करके दिखाया है। जनवरी में जेईई मेंस की परीक्षा में दून पब्लिक स्कूल की छात्रा अनुष्का जिला टॉपर बनी थी। एक से छह सितंबर तक दूसरी बार आयोजित जेईई मेंस में अनुष्का ने 99.97 परसेंटाइल प्राप्त कर लड़कियों के ग्रुप में स्टेट टॉपर बनने का गौरव हासिल किया। अब एक बार फिर से अनुष्का ने परचम लहराया है इस बार जेईई एडवांस के परिणाम में अनुष्का ने ऑल इंडिया रैंक 177 प्राप्त कर स्टेट टॉप 5 में जगह बनाई है। अभी तक की जानकारी में इस रैंक के आधार पर अनुष्का स्टेट टॉपर है।
दसवीं की परीक्षा में 98.8 फीसद अंक हासिल कर बनी स्टेट टॉपर
अनुष्का ने इसी साल दून पब्लिक स्कूल से 96.4 फीसद अंकों के साथ 12वीं उत्तीर्ण करने वाली अनुष्का सोशल साइट्स से कोसों दूर हैं। फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर अकाउंट नहीं है, वाट्सएप से भी पिछले दो साल से दूरी बना रखी है। हालांकि पढ़ाई का तनाव कम करने के लिए कोरियन बैंड बीटीएस के गाने जरूर सुनना पसंद करती हैं। प्रतिदिन 12 से 14 घंटे पढ़ाई करने वाली अनुष्का को सोशल मीडिया पर चैट करना पसंद नहीं है। अनुष्का का पढ़ाई के प्रति समर्पण का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 2017-18 में कार्मल स्कूल से दसवीं की परीक्षा में 98.8 फीसद अंक हासिल कर स्टेट टॉपर बनी।
सुबह में करती थी स्टडी
अनुष्का के पिता श्रीनारायण सिंह एलआइसी में कार्यरत हैं और मां पामेला सिंह गृहिणी हैं। बड़ी बहन आयुषी भी कार्मल टॉपर रह चुकी हैं और इस समय एनआइटी जमशेदपुर से कंप्यूटर साइंस ब्रांच लेकर पढ़ाई कर रही हैं। अनुष्का ने बताया कि रात में पढ़ना पसंद नहीं है, इसलिए सुबह साढ़े चार बजे से दोपहर एक बजे तक पढ़ाई करती थी। इसके बाद दो बजे से रात नौ बजे तक कोचिंग क्लास होती थी। घर में सेल्फ स्टडी के दौरान सिर्फ भोजन करने और फ्रेश होने के लिए ही उठती थी। जिस तरह पेपर गया था उससे उम्मीद थी कि इतना स्कोर आ जाएगा। बीटीएस कोरियन बैंड काफी पसंद है, इसलिए इसके गाने सुनकर तनाव कम कर लेती थी।
आइआइटी बांबे में कंप्यूटर साइंस मिलने की उम्मीद
आइआइटी बांबे से कंप्यूटर साइंस ब्रांच लेकर इंजीनियरिंग करना है। अनुष्का को उम्मीद है इस रैंक पर उन्हें आइआइटी बांबे का कोर ब्रांच मिल जाएगा। इसके बाद यूपीएससी करने की ख्वाहिश है। यहां तक पहुंचाने में आइएसएम के पूर्व छात्र और मेंटर अजयवीर सिंह सर का काफी योगदान रहा। जूनियर के लिए यही टिप्स है कि जो भी पढ़ें मन लगाकर पढ़ें। शॉर्टकट रास्ता नहीं है। सफलता का श्रेय माता-पिता को देती हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।