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Dhanbad: इस्कॉन मंदिर मायापुर धाम जाने के लिए 28-29 मई को निकलेगी बस, सिर्फ ढाई हजार में करें भ्रमण

इस्कान धनबाद धैया सेंटर की ओर से धनबाद के भक्तों के लिए मायापुर धाम जाने और वहां की मंदिर को दर्शन करने का विशेष अवसर है। धैया इस्कान सेंटर की ओर से धनबाद से मायापुर धाम की यात्रा बस के माध्यम से 28- 29 मई को आयोजित की जा रही।

By Atul SinghEdited By: Published: Mon, 16 May 2022 12:45 PM (IST)Updated: Mon, 16 May 2022 12:45 PM (IST)
Dhanbad: इस्कॉन मंदिर मायापुर धाम जाने के लिए 28-29 मई को निकलेगी बस, सिर्फ ढाई हजार में करें भ्रमण
मायापुर धाम की यात्रा बस के माध्यम से 28- 29 मई को आयोजित की जा रही है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जासं, धनबादः इस्कान धनबाद धैया सेंटर की ओर से धनबाद के भक्तों के लिए मायापुर धाम जाने और वहां की मंदिर को दर्शन करने का विशेष अवसर है। धैया इस्कान सेंटर की ओर से धनबाद से मायापुर धाम की यात्रा बस के माध्यम से 28- 29 मई को आयोजित की जा रही है। जो कि 27 मई, शुक्रवार की रात्रि नौ बजे एशियन अस्पताल के पास सिटी सेंटर पेट्रोल पंप से खुलेगी और 28 मई को सुबह छह बजे मायापुर धाम पहुंचेगी। बताया गया कि इस्कॉन धनबाद, धैया सेंटर कि ओर से स्वयं सेवक भक्त गाइड सेवा की व्यवस्था के साथ मायापुर के सभी प्रमुख दर्शनीय स्थान पर लेकर जाया जाएगा और दर्शन कराया जाएगा। इसके लिए सिर्फ ढाई हजार रुपया में करेंगे भ्रमण। इसके बाद 29 मई, रविवार की रात्रि नौ बजे मायापुर से बस वापस चलकर 30 मई, सोमवार की सुबह पांच बजे धनबाद पहुंचेगी।

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प्राचीन काल से मायापुर श्रद्धा का मुख्य केंद्र

बताया गया कि मायापुर प्राचीन काल से ही श्रद्धा का मुख्य केंद्र है। वर्तमान में मायापुर इस्कॉन मंदिर को विशेष रूप प्रदान किया गया है। इस मंदिर को भविष्य का वैदिक नक्षत्र भी कहा जा रहा है। इस्कॉन द्वारा यह मंदिर पूरे विश्व में सबसे बड़ा मंदिर है। इस मंदिर के निर्माण कि कुछ कार्य अभी भी प्रगति पर है। फिर भी इस समय मंदिर में भक्तों के दर्शन के लिए किसी प्रकार की रोक नहीं है। यह सबसे बड़े मंदिर को मायापुर में बनाने का मुख्य कारण यह है कि यहां भगवान श्री कृष्ण और राधा के अवतार माने जाने वाले उनके प्रवर्तक चैतन्य महाप्रभु का जन्म हुआ था। इसलिए इस्कॉन का मुख्यालय भी यहीं पर स्थापित किया गया है।

चैतन्य महाप्रभु वैष्णव धर्म के प्रचारक और भक्ति काल के प्रमुख कवि थे

मायापुर के चैतन्य महाप्रभु वैष्णव धर्म के परिचारक और भक्ति काल के प्रमुख कवि के रूप में जाने जाते हैं। इनका जन्म 14 फरवरी 1486 में हुआ था। इन्होंने ही गोविंदा संप्रदाय की शुरुआत के साथ भजन गायन की नई शैली को जन्म दिया था।

अधिक जानकारी के लिए इच्छुक भक्त सम्पर्क कर सकते है

धनबाद - मायापुर बस सेवा

इस्कॉन धनबाद, धैया फोन

7063096281/ 9110076145

यात्रा में शामिल होने के लिए नीचे दिए गए link पर रजिस्ट्रेशन कर तुरन्त अपनी सीट बुक कर ले।

rzp.io/l/SRIDHAMMAYAPURYATRA2


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