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    IMA की हड़ताल खत्म, प्रशासन को दिया 15 दिन का अल्टीमेटम, कहा- इस बार हड़ताल हुई तो सरकारी अस्‍पताल भी बंद होंगे

    By Deepak Kumar PandeyEdited By:
    Updated: Tue, 10 May 2022 09:07 AM (IST)

    आइएमए की 24 घंटे की हड़ताल अब खत्म हो गई है। हड़ताल खत्म होते ही आइएमए ने प्रशासन को 15 दिनों का अल्टीमेटम दे दिया है। एसोसिएशन का कहना है 15 दिनों के ...और पढ़ें

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    हड़ताल के दौरान एसएनएमएमसीएच में उमड़ी मरीजों की भीड़।

    जागरण संवाददाता, धनबाद: डाॅक्टर समीर कुमार रंगदारी प्रकरण में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की 24 घंटे की हड़ताल अब खत्म हो गई है। हड़ताल खत्म होते ही आइएमए ने प्रशासन को 15 दिनों का अल्टीमेटम दे दिया है। एसोसिएशन का कहना है 15 दिनों के अंदर धमकी देने वाले बचे हुए आरोपितों को भी पुलिस को गिरफ्तार करना चाहिए। इसके अलावा धनबाद में कानून व्यवस्था ठीक करनी होगी। यदि इस पर काम नहीं हुआ तो 15 दिन के बाद आइएमए की ओर से पूरे राज्य में अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। जानकारी देते हुए आइएमए के जिला सचिव डॉक्‍टर सुशील कुमार ने कहा कि इस बार की हड़ताल में सरकारी अस्पताल भी शामिल होंगे।

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    पुलिस पहले से लेती एक्शन तो नहीं खराब होती कानून व्यवस्था: डॉक्‍टर सुशील ने कहा कि पिछले 1 महीने से डॉक्टर समीर कुमार पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगा रहे थे। वह खुद जाकर पुलिस पदाधिकारियों से मिले थे, लेकिन उस समय पुलिस पदाधिकारियों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। परिणाम यह हुआ कि डॉक्टर समीर कुमार को धनबाद छोड़ना पड़ा है। ऐसे में पुलिस प्रशासन से यह मांग की जा रही है कि तमाम आरोपियों को पकड़ा जाए। धनबाद में इस प्रकार की कानून व्यवस्था पहले नहीं हुई थी। अपराधी खुलेआम लोगों को धमकी दे रहे हैं। हालांकि हाल के दिनों में पुलिसिया कार्रवाई से एसोसिएशन संतुष्ट हुआ है, लेकिन बस इतने से भय का वातावरण नहीं खत्म हो सकता है

    अगली बार बृहद पैमाने पर होगा आंदोलन: डॉक्‍टर सुशील ने बताया कि 15 दिनों के बाद यदि व्यवस्था नहीं सुधरी तो पूरे राज्य में निजी अस्पताल के अलावा सरकारी अस्पताल में भी हड़ताल कर दिया जाएगा। 15 दिनों के बाद एसोसिएशन के पदाधिकारी समीक्षा बैठक करेंगे। इसके बाद पुलिस के कार्यों की भी आकलन की जाएगी। पुलिस को जब भी जरूरत पड़े एसोसिएशन सहयोग करने को तैयार हैं। यदि चिकित्सक ही समाज में सुरक्षित नहीं रहेंगे तो समाज आखिरकर स्वस्थ कैसे होगा।