JBVNL: ऊर्जा मित्रों से ली गई 15000 रुपये सिक्योरिटी मनी, निगम ने जांच बैठाई
जेबीवीएनएल के राजस्व महाप्रबंधक एएस दास ने सभी एरिया बोर्ड के महाप्रबंधकों को पत्र लिख कर इस संबंध में सचेत किया है व दिशानिर्देश भी दिया है। नई एजेंसियों की ओर से ऊर्जा मित्रों से मोबाइल डिवाइस प्रिंटर्स के एवज में सिक्योरिटी मनी वसूलने की सूचना मिली है।

धनबाद, जेएनएन। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड ने विभिन्न जिलों में बिलिंग के लिए नई एजेंसियों की नियुक्ति की है। नई एजेंसियों ने ऊर्जा मित्रों को नौकरी के एवज में प्रति ऊर्जा मित्र 15000 रुपये सिक्योरिटी मनी देने की शर्त रख दी थी। यह नहीं देने वालों को नौकरी से हटा दिया गया। इसी महीने से काम शुरू करने वाली एजेंसियों ने उन्हीं लोगों को नौकरी पर रखा जिन्होंने सिक्योरिटी मनी के नाम पर एक साल की नौकरी के लिए 15000 रुपये नई एजेंसी के पास जमा कराए। कंपनी का कहना था कि हर ऊर्जा मित्र को मोबाइल समेत कई उपकरण दिए जाते हैं जिनके एवज में यह रकम ली गई है। हालांकि शिकायत ऊपर पहुंची तो निगम ने अब इसे गलत ठहराया है।
जेबीवीएनएल के राजस्व महाप्रबंधक एएस दास ने सभी एरिया बोर्ड के महाप्रबंधकों को पत्र लिख कर इस संबंध में सचेत किया है व दिशानिर्देश भी दिया है। उन्होंने कहा है कि नई एजेंसियों की ओर से ऊर्जा मित्रों से मोबाइल, डिवाइस, प्रिंटर्स के एवज में सिक्योरिटी मनी वसूलने की सूचना मिली है। यह गलत है। नियम विरुद्ध है। किसी भी ऊर्जा मित्र से कोई भी एजेंसी या उसके पदाधिकारी किसी उपकरण या सुविधा के लिए किसी तरह की सिक्योरिटी मनी नहीं ले सकते।
उन्होंने सभी एरिया बोर्ड के महाप्रबंधकों को कहा है कि वे इस मामले की अपने एरिया बोर्ड में जांच करवाएं और इसकी विस्तृत रिपोर्ट सात दिन के अंदर मुख्यालय को भेजें। रिपोर्ट पर संबंधित एजेंसी का भी हस्ताक्षर होना चाहिए। मुख्यालय के इस पत्र के बाद एजेंसियों के ऊपर खतरा मंडरा रहा है। बता दें कि धनबाद के ऊर्जा मित्रों से भी सिक्योरिटी मनी ली गई है और नहीं देने वालों को नौकरी से हटाया गया है।
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