Dhanbad News: कोयला माफियाओं ने खोद डाली रेलवे लाइन के पास बंद पड़ी खदान, रेल दुर्घटना को निमंत्रण
कतरास में धनबाद-चंद्रपुरा रेल मार्ग के पास अवैध कोयला खनन का खुलासा हुआ है जिससे रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया है। रेलवे अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर बीसीसीएल को मुहाना भरने का निर्देश दिया है। आंदोलनकारियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि शरारती तत्व जानबूझकर रेलवे लाइन के बगल में अवैध मुहाने खोलकर छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रहे हैं।

सुशील कुमार चौरसिया, कतरास। धनबाद-चंद्रपुरा (डीसी) रेल मार्ग को बंद कराने की साजिश एक बार फिर बेनकाब हुई है। अंगारपथरा बंद हाल्ट से थोड़ी ही दूरी पर अग्नि प्रभावित क्षेत्र के पास अवैध कोयला कारोबारियों ने एक नया मुहाना खोलकर अवैध खनन शुरू कर दिया है। यह अवैध खनन रेल लाइन से महज 150 फीट की दूरी पर हो रही थी, जिससे रेलवे महकमे में हड़कंप मच गया है। सूचना मिलते ही रेलवे के आला अधिकारियों ने शुक्रवार शाम मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए।
जानकारी के अनुसार अवैध खनन की खबर मिलते ही वरीय अनुभाग अभियंता (कार्य) राजेश पासवान, वरीय अभियंता (रेलपथ) राम अकवाल कुमार और आरपीएफ इंस्पेक्टर केके सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का गहन निरीक्षण किया और तत्काल बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) के कतरास क्षेत्र के अधिकारियों से संपर्क किया। रेलवे के अधिकारियों ने बीसीसीएल प्रबंधन को इस अवैध मुहाने को तुरंत और स्थायी रूप से भरने का निर्देश दिया है, ताकि रेल लाइन को कोई खतरा न हो।
रेलवे अभियंताओं ने बताया कि उन्हें खुफिया जानकारी मिली थी कि अवैध कोयला कारोबारियों ने रेल लाइन के पास स्थित एक पुरानी और बंद पड़ी परियोजना में मुहाना खोलकर कोयले की निकासी शुरू कर दी है। यह स्थल बेहद संवेदनशील है क्योंकि डीसी रेल लाइन इसके ठीक बगल से गुजरती है। इसलिए, उन्होंने बीसीसीएल के अधिकारियों और कर्मचारियों को तुरंत इस अवैध मुहाने की भराई करने का निर्देश दिया है।
यह ध्यान देने योग्य है कि इसी स्थल पर लगभग 10 साल पहले भू-धंसाव हुआ था, जिसके बाद बीसीसीएल ने इस क्षेत्र को परियोजना का रूप दिया था। लेकिन अब अवैध कोयला माफिया की नजर इस बंद परियोजना पर पड़ गई है और उन्होंने फिर से यहां से कोयला निकालना शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर इस तरह से अवैध खनन जारी रहा, तो यह सीधे तौर पर रेल लाइन के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आरपीएफ ने इस क्षेत्र में गश्ती बढ़ा दी है।
रेल आंदोलनकारियों में भारी रोष
इस घटना को लेकर डीसी रेल मार्ग के लिए संघर्ष कर रहे आंदोलनकारियों में भारी रोष है। बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार झा और राजेंद्र प्रसाद राजा ने इस पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि हम लोग हर हाल में डीसी रेल लाइन को चालू रखने के पक्षधर हैं। लेकिन कुछ शरारती तत्व जानबूझकर रेलवे लाइन के बगल में अवैध मुहाने खोलकर छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस बार कोई बड़ी घटना हुई, तो लाइन स्थायी रूप से बंद हो जाएगी।
आंदोलनकारियों ने केशरगढ़ की दुखद घटना का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं का शिकार हमेशा गरीब लोग होते हैं, जबकि जिम्मेदार लोग शोक भी व्यक्त नहीं करते।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपनी जान जोखिम में डालकर अवैध खनन का हिस्सा न बनें। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि वे इस तरह के अवैध कार्यों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएं और नागरिकों से भी ऐसी किसी भी गतिविधि की जानकारी तुरंत प्रशासन को देने का आह्वान किया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।