पहले नहीं सुना होगा ऐसे Robot के बारे में, IIT ISM ने बनाया और गुजरात से जीत लाए 10 लाख का इनाम
IIT ISM के बीटेक छात्रों ने एक अनोखा रोबोट बनाया है। छात्रों की टीम ने देश की सबसे बड़ी राष्ट्रीय स्तर की रोबोटिक्स प्रतियोगिता में दो पहियों वाले सेल्फ बैलेंसिंग रोबोट का प्रदर्शन किया और अपनी श्रेणी में शीर्ष स्थान पर रहे। संतुलन बनाने वाला यह रोबोट बताए गए रास्ते पर खुले कंटेनर में पानी ले जा सकता है ।
जागरण संवाददाता, धनबाद। आइआइटी आइएसएम के लिए नया साल शुरुआत के साथ ही उपलब्धियों वाला रहा है। संस्थान के तीन बीटेक छात्रों की टीम इमर्ज साइंस सिटी अहमदाबाद गुजरात में आयोजित देश की सबसे बड़ी राष्ट्रीय स्तर की रोबोटिक्स प्रतियोगिता रोबोफेस्ट गुजरात 3.0 की विजेता बनी।
यह प्रतियोगिता 29 से 31 दिसंबर के बीच हुई। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष के छात्र शैलेश, इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग फाइनल के तनिष्क चौधरी और माइनिंग इंजीनियरिंग फाइनल के अनिकेत कुमार राय ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन की बदौलत 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार जीता।
सेल्फ-बैलेंसिंग रोबोट
आइएसएम के छात्रों की टीम ने इस प्रतियोगिता में दो पहियों वाले सेल्फ बैलेंसिंग रोबोट का प्रदर्शन किया और अपनी श्रेणी में शीर्ष स्थान पर रहे। टीम के संकाय सलाहकार मैकेनिकल इंजीनियरिंग के सहायक प्रो. अरुण दयाल उदय ने बताया कि हमारी टीम ने एक सेल्फ-बैलेंसिंग रोबोट विकसित किया है।
संतुलन बनाने वाला यह रोबोट बताए गए रास्ते पर खुले कंटेनर में पानी ले जा सकता है। टीम के संरक्षक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के पीएचडी छात्र आशीष सिद्धार्थ ने बताया कि हमारी टीम ने पिछले साल जनवरी में आयोजित प्रतियोगिता के लेवल-एक में 50 हजार का पुरस्कार जीता था।
इसके बाद लेवल-दो की सात श्रेणियों के लिए देशभर से कुल 150 टीमें चयनित हुईं। इन्हें यांत्रिकी, रोबोट बनाने की पद्धति और रोबोट के घटकों और डिजाइन के रूप में अपना कांसेप्ट नोट जमा करना था। जून में आयोजित प्रतियोगिता में लेवल-दो प्रतियोगिता के सेल्फ बैलेंसिंग श्रेणी के लिए 29 टीम का चयन हुआ।
इसमें टीम को कार्यात्मक छोटा रोबोट जमा करना था। इसमें आइएसएम की टीम को सफलता मिली और दो लाख रुपये का नकद पुरस्कार जीता। सभी सात श्रेणियों की कुल मिलाकर 67 टीमों ने प्रतियोगिता के लेवल-तीन के लिए क्वालीफाई किया। अहमदाबाद में 29 से 31 दिसंबर तक आयोजित प्रतियोगिता के लेवल-तीन में सेल्फ बैलेंसिंग रोबोट श्रेणी में कुल 11 टीमें क्वालीफाई हुई थीं।
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