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    बीएसके कॉलेज व डीवीसी की जमीन भी घेर रहा आइएसएम

    संवाद सहयोगी मैथन मैथन स्थित मेढ़ा मौजा के अंदर आइआइटी आइएसएम के लिए चल रहे चारदीवारी

    By JagranEdited By: Updated: Sat, 26 Jun 2021 06:49 PM (IST)
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    बीएसके कॉलेज व डीवीसी की जमीन भी घेर रहा आइएसएम

    संवाद सहयोगी, मैथन : मैथन स्थित मेढ़ा मौजा के अंदर आइआइटी आइएसएम के लिए चल रहे चारदीवारी निर्माण व भूमि सीमांकन मामले पर डीवीसी और बीबीएमकेयू के वरीय अधिवक्ता बीके झा ने कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही है। उन्होंने आइएसएम के लिए आवंटित जमीन में बीएसके कॉलेज की 21 एकड़ और डीवीसी की 10 एकड़ जमीन होने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में बीएसके कॉलेज व डीवीसी की इस जमीन को हथियाने नहीं देंगे। उन्होंने बताया कि मेढ़ा मौजा स्थित खाता नंबर 133, प्लॉट नंबर 73 में कुल रकबा 132 एकड़ सरकारी जमीन है। उसमें पहले से ही पेयजल विभाग, बीएसके कॉलेज, ईएसआइ अस्पताल, पशुपालन विभाग, सेल टैक्स कार्यालय, झारखंड सरकार का गेस्ट हाउस, छात्रावास सहित कई सरकारी भवन बने हुए हैं। इसके बावजूद जिला प्रशासन ने बिना भौतिक परीक्षण किए आइएसएम को वर्ष 2017 में 121 एकड़ जमीन आवंटित कर दी है, जोकि धरातल पर है ही नहीं। उन्होंने कहा कि बीएसके कॉलेज की जमीन करीब 21 एकड़ है, परंतु आइएसएम प्रबंधन ने सिर्फ कॉलेज भवन को छोड़ कॉलेज की सारी जमीन पर चारदीवारी का काम शुरू कर दिया है। बीबीएमकेयू की ओर से इस संबंध में झारखंड हाईकोर्ट में रिट फाइल की जा रही है ताकि जमीन को बचाया जा सके। बिना भौतिक परीक्षण किए जमीन को जैसे तैसे हस्तांतरित करना नियम विरुद्ध है। बीएसके कॉलेज की जमीन के लिए वह कानूनी लड़ाई को तैयार हैं।

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    डीवीसी की जमीन को चारदीवारी के अंदर घेर लिया गया

    डीवीसी के अधिवक्ता बीके झा ने कहा कि मैथन स्थित ईएसआइ अस्पताल के समीप डीवीसी का 132000 का हाइटेंशन तार मैथन पाथरडीह टावर लाइन जा रहा है। इसे भी आइएसएम प्रबंधन ने चारदीवारी के अंदर घेर लिया है, जबकि उक्त जमीन डीवीसी की है। इस बाबत डीवीसी के उप महाप्रबंधक द्वारा आइएसएम के रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर सूचित किया गया है। उन्हें कहा गया है कि वह हाइटेंशन तार से अपनी चारदीवारी खुद हटा लें नहीं तो डीवीसी उसे हटाने पर मजबूर हो जाएगा। डीवीसी का यह टावर वर्ष 1950 से लगा हुआ है जिसके अगल-बगल 20 फीट तक की जमीन डीवीसी की है। मनमाने तरीके से उसके टावर को भी घेर लिया है जो नियम के विरुद्ध है।