IIT ISM Dhanbad: ड्रोन शो में दिखेगा साै साल का सफर, पूरे सप्ताह आम लोगों के लिए खुला रहेगा संस्थान
IIT ISM Dhanbad अपने 100 वर्ष पूरे होने पर ड्रोन शो आयोजित कर रहा है, जिसमें संस्थान के इतिहास को दर्शाया जाएगा। यह शो पूरे सप्ताह आम जनता के लिए खुला रहेगा, जिससे वे संस्थान की गौरवशाली यात्रा का अनुभव कर सकें। संस्थान ने लोगों को आईआईटी-आईएसएम के बारे में जानने का अवसर देने के लिए यह कदम उठाया है।

आइआइटी-आइएसएम धनबाद का आकाशीय दृश्य। (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, धनबाद। आइआइटी रुड़की के बाद देश का दूसरा सबसे पुराना इंजीनियरिंग संस्थान आइआइटी-आइएसएम धनबाद 100वें साल में प्रवेश कर रहा है। यह प्रोद्योगिकी संस्थान 100 साल का गौरवमयी इतिहास समेटे हुए हैं।
1926 में ब्रिटिश काल में स्थापित हुआ इंडियन स्कूल आफ माइंस अपने 100वें वर्ष में प्रवेश करते हुए एक ऐतिहासिक मुकाम पर पहुंच गया है। शताब्दी वर्ष मनाने जा रहा है। इस विशेष अवसर पर संस्थान तीन से नौ दिसंबर तक शताब्दी फाउंडेशन सप्ताह का आयोजन करेगा।
शताब्दी वर्ष की जानकारी देते हुए आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा ने बताया कि संस्थान अपनी 100 साल की उपलब्धी, योगदान और भविष्य की योजनाओं पर एक साथ प्रदर्शित करेगा।
शताब्दी सप्ताह की शुरूआत वैदिक मंत्रोच्चार और विकसित भारत 2047 विषय पर होने वाली चर्चा के साथ होगी। पूरे सप्ताह संस्थान में विभिन्न अकादमिक सत्र, विचार विमर्श और थीम आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इनमें खनिज, उर्जा संक्रमण, अपशिष्ट प्रबंधन, पर्यावरण, इंडियन नालेज सिस्टम, नवीकरणीय उर्जा, कंप्यूटिंग, संचार तकनीक और महिलाओं की नवाचार क्षमता जैसे विषय शामिल रहेंगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक दिन अलग-अलग मुख्य अतिथि होंगे।
इसके अलावा प्रत्येक दिन का थीम भी अलग होगा। कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। शंभू शिखर और ग्रुप के द्वारा कवि सम्मेलन, अभय ड्रामैटिक्स, लेजेंड्स-इन-द-मेकिंग आदि कार्यक्रम आयोजित की जाएगी।
ड्रोन शो और विलेज टेक होगा प्रमुख आकर्षण
ड्रोन शो और विलेज टेक शताब्दी वर्ष का मुख्य आकर्षण का केंद्र होगा। ड्रोन शो रात में आठ बजे से शुरु होगा। ड्रोन शो के माध्यम से आइआइटी आइएसएम के 100 साल की यात्रा के माध्यम से दिखाया जाएगा।
वहीं टेक विलेज में ज्ञान-विज्ञान प्रदर्शनी, कई स्टाल रहेगा।जहां बच्चे से लेकर विशेषज्ञ तक मौजूद रहेंग। पूरे शताब्दी सप्ताह के दौरान आइआइटी आइएसएम आमलोगों के लिए खुला रहेगा।
इस दौरान म्यूजियम, एआर-वीआर लैब, लाेंगवाल माइनिंग के अलावा खदानों में कैसे काम होता है लोगों को इसे भी देखने और जानने का मौका मिलेगा।
यह होंगे मुख्य अतिथि: नौ दिसंबर को बतौर मुख्य अतिथि के रूप में गौतम अदानी शिरकत करेंगे। वहीं प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेकरेट्री पीके मिश्रा, केंद्रीय मंत्री व पश्चिम बंगाल के सांसद सुकांतो मजुमदार की स्वीकृति मिली है।
इसके अलावा अन्य अतिथियों से वार्ता चल रही है। संभावना है कि और भी कई महत्वपूर्ण अतिथि शताब्दी समारोह में शामिल होंगे।

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