लिंकेज रद होने से हार्ड कोक उद्योगों पर बंदी का खतरा, 50 हजार कर्मचारी होंगे बेकार Dhanbad News
सलाना 36 लाख टन कोयले की जरूरत है लेकिन बीसीसीएल की ओर से ऑफर के रूप में सालाना 10 लाख टन कोयला दिया जाता है। कोयले की क्वालिटी भी ठीक नहीं है।
धनबाद, जेएनएन। जिले के 94 हार्ड कोक उद्योग का कोयला लिंकेज बीसीसीएल ने बंद कर दिया है। लिहाजा उद्योग बंद होने की कगार पर है। इन्हीं सब मामलों को लेकर इंडस्ट्रीज एंड हार्ड कोक एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर बीसीसीएल सीएमडी शेखर शरण व तकनीकी निदेशक प्रोजेक्ट एंड प्लानिंग राकेश कुमार के साथ कोयला भवन में बैठक हुई।
सीएमडी ने कहा कि कोयला मंत्रालय के निर्देश पर कोल इंडिया बोर्ड ने लिंकेज मामला पर रोक लगाई है। इसलिए जो भी बातें है वह कोल इंडिया बोर्ड के पास बीसीसीएल के तरफ से भेज दी जाएगी। एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह ने कहा कि सलाना 36 लाख टन कोयले की जरूरत है, लेकिन बीसीसीएल की ओर से ऑफर के रूप में सालाना 10 लाख टन कोयला दिया जाता है। कोयले की क्वालिटी भी ठीक नहीं है। हार्ड कोक बनाने के लिए जो कोयले की आवश्यकता है। वह उपलब्ध नहीं कराया जाता है। साथ ही जिन कोलियरी का कोयला हार्ड कोक के लिए है उस कोलियरी का ऑफर भी नहीं दिया जाता है। प्रबंधन का कहना है कि जो सिंतबर 2018 तक ई ऑक्शन की प्रक्रिया में हिस्सा लिया है उनके लिंकेज को लेकर एफएसए के तहत करार के लिए कंपनी विचार करेगी। इधर, एसोसिएशन की मानें तो प्रबंधन के कहने पर ही एफएसए नहीं होने की स्थिति में बैैंक की गारंटी दी गई है। जो फिलहाल बीसीसीएल के पास जमा है। इस दौरान सीएमडी, डीटी के अलावा जीएम समन्वय एके दत्ता, एसोसिएशन की ओर उपाध्यक्ष एसके सिन्हा, राजीव शर्मा, चिन्मय चटर्जी आदि मौजूद थे।
बाघमारा क्षेत्र में न दें ऑफर : एसोसिएशन ने फिर मांग रखी कि बाघमारा क्षेत्र के एरिया वन से लेकर पांच तक कोयला बीडिंग के लिए ऑफर दिया जा रहा है, उस पर रोक लगाई जाए। वहां कोयला उठाव में परेशानी हो रही है। कोयले की क्वालिटी भी खराब है। बीएन सिंह ने बस्ताकोला, साउथ झरिया, कुइयां, दामागोडिय़ा, गोधर आदि परियोजना का कोयला ऑफर देने की मांग रखी।
जुलाई में अतिरिक्त ऑफर पर विचार : बीसीसीएल सीएमडी व डीटी ने कहा कि एसोसिएशन की मांग पर जुलाई में अतिरिक्त ऑफर पर कंपनी विचार करेगी। इस बाबत उन्होंने सेल्स विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया।
इंडस्ट्रीज के प्रति बीसीसीएल रखे सकारात्मक रूख : एसोसिएशन ने प्रबंधन के समक्ष सवाल उठाया कि बीसीसीएल उद्योग हित को लेकर सकारात्मक पहल करें। जिस क्वालिटी के कोयले की आवश्यकता है, उसी का ऑफर दें। कोक तैयार करने के लिए कोकिंग कोल की आवश्यकता है।
जुलाई में उत्पादन कम तो ऑफर कम : बीसीसीएल प्रबंधन हर माह 1.5 लाख टन तक कोयले के स्पॉट ई-ऑक्शन का ऑफर देता है। लेकिन बीसीसीएल का उत्पादन लगातार गिर रहा है इस स्थिति में बीसीसीएल प्रबंधन ने करीब 58 हजार टन कोयला तक ऑफर दिया है। यह उद्योग हित के लिए ठीक नहीं है।
22 को फिर होगी बैठक : सीएमडी ने कहा कि इस मामले को लेकर निदेशक मंडल से चर्चा करना जरूरी है। 22 को फिर से एसोसिएशन के साथ बैठक होगी।
बीसीसीएल की मौजूदा स्थिति ठीक नहीं है। सभी को मिलकर काम करना चाहिए। उत्पादन में लगातार गिरावट हो रही है। कई एरिया बंद है। इस कारण उत्पादन व डिस्पैच ठप है। एसोसिएशन की मांग पर प्रबंधन गंभीर है। उद्योग हित पर सबका ध्यान है।
- शेखर शरण , सीएमडी बीसीसीएल
लिंकेज रद करने से पहले बीसीसीएल व कोल इंडिया का निर्णय गलत है। हार्ड कोक बनाने के लिए जिस कोयले की जरूरत है, बीसीसीएल वह उपलब्ध नहीं करा रही है। एरिया वन से पांच की जगह छह से बारह तक कोयला उठाव का ऑफर दिया जाए। जुलाई में अतिरिक्त ऑफर की मांग रखी गई है। प्रबंधन इस पर विचार करें।
- बीएन सिंह, अध्यक्ष हार्ड कोक एसोसिएशन